चेन्नई सुपरकिंग्स को हराकर राजस्थान रॉयल्स ने शीर्ष दो में पक्की की जगह…
मुंबई, 21 मई। रविचंद्रन अश्विन के हरफनमौला खेल (एक विकेट और नाबाद 40 रन) और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (59) की अर्धशतकीय पारी से राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में शुक्रवार को यहां चेन्नई सुपर किंग्स को पांच विकेट से हराकर अंक तालिका में शीर्ष तालिका में दूसरा स्थान पक्का कर लिया। राजस्थान की 14 मैचों में यह नौवीं जीत है। टीम के नाम लखनऊ सुपर जायंट्स के बराबर 18 अंक है लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण वह दूसरे स्थान पर है। चेन्नई की टीम 14 मैचों में 10 हार के कारण नौवें स्थान पर है।
अनुभवी मोईन अली की 57 गेंद में 93 रन की पारी के दम पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने छह विकेट पर 150 रन बनाये। राजस्थान ने 19.4 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लगातार तीसरी जीत दर्ज की। चेन्नई की यह लगातार तीसरी हार है। जायसवाल ने 44 गेंद में आठ चौके और एक छक्का लगाने के साथ दूसरे विकेट के लिए कप्तान संजू सैमसन (15 रन) के साथ 51 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी तो वही मैन ऑफ द मैच अश्विन ने 23 गेंद की आक्रामक पारी में दो चौके और तीन छक्के जड़े। उन्होंने रियान पराग (नाबाद 10) के साथ 3.2 ओवर में 39 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिलाया।
अश्विन ने इससे पहले गेंदबाजी में भी कमाल करते हुए चार ओवर में 28 रन देकर एक विकेट लिया। उन्हें युजवेंद्र चहल (26 रन पर दो विकेट), ओबेद मैकॉय (20 रन पर दो विकेट) का भी शानदार साथ मिला। चेन्नई के लिये मोईन ने दूसरे विकेट के लिए डेवन कोन्वे (14 गेंद में 16 रन) के साथ 83 रन की साझेदारी करने के बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (28 गेंद में 26 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। मोईन ने अपनी पारी 13 चौके और तीन छक्के लगाये। चेन्नई की टीम छह ओवर के बाद एक विकेट पर 75 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन इसके बाद राजस्थान के गेंदबाजों ने शिकंजा कस दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम को दूसरे ओवर में सिमरजीत सिंह (18 रन पर एक विकेट) ने जोस बटलर (दो रन) को आउट कर बड़ा झटका दिया। इसके बाद सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और कप्तान संजू सैमसन ने संभल कर बल्लेबाजी करते हुए रन गति को बनाये रखा। जायसवाल ने तीसरे ओवर में मुकेश चौधरी के खिलाफ दो चौके जड़े। सैमसन ने भी मुकेश और सिमरजीत की गेंदों पर चौका लगाया। पारी के नौवें ओवर में मिशेल सेंटनर (15 रन पर एक विकेट) ने अपनी गेंद पर शानदार कैच लपककर सैमसन की पारी को खत्म किया। मोईन (21 रन पर एक विकेट) ने 12वें ओवर में देवदत्त पड़िक्कल (तीन रन) को चलता किया।
इस बीच आठवें से 12वें ओवर तक राजस्थान की टीम सिर्फ 17 रन बना सकी। जायसवाल ने 14वें ओवर में मोईन के खिलाफ छक्का लगाकर 39 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। अगले ओवर में प्रशांत सोलंकी (20 रन पर दो विकेट) की पहली गेंद पर छक्का लगाकर उन्होंने टीम के रनों का शतक पूरा किया। इसी ओवर में सोलंकी ने हालांकि जायसवाल को अपनी फिरकी में फंसाकर उनकी अर्धशतकीय पारी को खत्म किया। इस गेंदबाज ने अपने 17वें ओवर में शिमरॉन हेटमायर (छह रन) से चौका खाने के बाद उन्हें पवेलियन की राह दिखायी। इस ओवर की आखिर गेंद में अश्विन ने छक्का लगाकर जरूरी रनगति को कम किया।
अब राजस्थान को तीन ओवर में 32 रन चाहिये थे और पथिराना के खिलाफ रियान और अश्विन ने चौका लगाकर ओवर से 13 रन बनाकर दबाव को कम कर दिया। उन्होंने इसके बाद मथीशा पथिराना पर चौका और फिर मुकेश चौधरी के खिलाफ छक्का लगाकर टीम की जीत पक्की कर दी। पहले गेंदबाजी का न्योता मिलने के बाद ट्रेंट बोल्ट (44 रन पर एक विकेट) ने पहले ओवर में ही रुतुराज गायकवाड (दो रन) को विकेटकीपर कप्तान संजू सैमसन के हाथों कैच कराया। इस झटके का हालांकि चेन्नई पर कोई असर नहीं पड़ा। तीसरे ओवर में बोल्ट की गेंद कोन्वे के बल्ले का ऊपरी किनारा लेने के बाद छक्के के लिए चली गयी और इसके बाद उन्होंने शानदार चौका जड़ा।
मोईन ने इसके बाद पावर प्ले में बाउंड्री की झड़ी लगा दी। उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा के खिलाफ चौथे ओवर में चार चौके और एक छक्का, पांचवें ओवर में अश्विन के खिलाफ दो चौके और एक छक्का और छठे ओवर में ट्रेंट बोल्ट के खिलाफ पांच चौके और एक छक्का जड़ा। इस दौरान उन्होंने 19 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया जो इस आईपीएल सत्र का दूसरा सबसे तेज पचासा है। चेन्नई की टीम ने पावर प्ले में एक विकेट के नुकसान पर 75 रन बना लिये। राजस्थान के गेंदबाजों ने हालांकि इसके बाद रन गति पर अंकुश लगा दिया। आठवें ओवर में अश्विन ने कोन्वे को पगबाधा किया। अगले ओवर में मैकॉय ने एन जगदीशन (एक रन) को चलता किया। टीम में वापसी करने वाले अंबाती रायुडू (तीन रन) का स्लिप में देवदत्त पडिक्कल ने चहल की गेंद पर शानदार कैच पकड़ा।
इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आये धोनी को सैमसन ने दो जीवनदान दिये। सैमसन ने चहल और फिर मैकॉय की गेंद पर उनका कैच टपकाया। इस बीच टीम ने 12वें ओवर में रनों का शतक पूरा किया। धोनी ने 15वें ओवर में चौका लगाकर बाउंड्री के सूखे को खत्म किया। टीम के लिए यह चौका 36 गेंद के बाद आया था। मोईन ने 18वें ओवर में कृष्ण का स्वागत छक्के से किया और फिर 19वें ओवर में चहल की पहली गेंद पर चौका जड़ा। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में धोनी ने बटलर को कैच थमा दिया। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मैकॉय ने मोईन की शानदार पारी का अंत किया। इस ओवर में चेन्नई की टीम सिर्फ चार रन बना सकी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…