एजीज फेडरल में हिस्सा बेचेगा आईडीबीआई बैंक…

एजीज फेडरल में हिस्सा बेचेगा आईडीबीआई बैंक…

नई दिल्ली, 21 मई। आईडीबीआई बैंक ने एजीज इंश्योरेंस इंटरनैशनल के साथ शेयर खरीद समझौता किया है। इस समझौते के तहत बैंक निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी एजीज फेडरल लाइफ इंश्योरेंस में अपनी शेष 25 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 580 करोड़ रुपये में बेचने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही, बीमा क्षेत्र में सरकार द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश बढ़ाए जाने के बाद, एजीज अपने भारतीय बीमा संयुक्त उपक्रम में हिस्सेदारी बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने वाली कुछ विदेशी बीमा कंपनियों में से एक बन जाएगी।

आईडीबीआई बैंक ने एक्सचेंजों को भेजी जानकारी में कहा है, ’29 मार्च, 2022 को बैंक द्वारा किए गए खुलासे के अनुरूप, हम आपको सूचित करते हैं कि आईडीबीआई बैंक लिमिटेड ने एजीज फेडरल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में 20,00,000 इक्विटी शेयरों की अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए 19 मई, 2022 को एजीज इंश्योरेंस इंटरनैशनल एनवी (खरीदार) के साथ शेयर खरीद समझौता किया है। इस सौदे को नियामकीय मंजूरियों के तहत पूरा किया जाएगा।’ नियामकीय मंजूरियों और शेयर खरीद समझौते में निर्धारित शर्तों को पूरा किए जाने के बाद यह सौदा वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में पूरा हो जाने की संभावना है।

यूरोपीय बीमा कंपनी एजीज ने शुरू में भारतीय बीमा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी दिसंबर 2020 के 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत की थी। फेडरल बैंक की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत पर बनी रहेगी। इसके बाद, बीमा कंपनी का नाम आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस से बदलकर एजीज फेडरल लाइफ इंश्योरेंस कर दिया जाएगा। मौजूदा समय में निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी में एजीज इंश्योरेंस इंटरनैशनल की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी, एजीज फेडरल लाइफ इंश्योरेंस, और फेडरल बैंक की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बीमा कंपनियों में आईडीबीआई बैंक की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के बाद, एजीज इंश्योरेंस इंटरनैशनल की शेयरधारिता कंपनी 74 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।

इस महीने के शुरू में इतालवी बीमा कंपनी जेनेराली ने फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी का अपना अधिग्रहण पूरा किया, जिसके साथ ही बीमा कंपनी में उसकी शेयरधारिता बढ़कर 74 प्रतिशत हो गई। एजीज फेडरल ने वित्त वर्ष 2022 में 94 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ कमाया, जबकि वित्त वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 119 करोड़ रुपये था।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…