*शर्मनाक: लूट की वारदात को अंजाम देने वाला सिपाही साथी संग गिरफ्तार*

*शर्मनाक: लूट की वारदात को अंजाम देने वाला सिपाही साथी संग गिरफ्तार*

*सिपाही आशीष एवं समीर पुलिस की गिरफ्त में।*

*10 दिन पहले बर्थ डे मनाने गए लोगों से सिपाही ने की थी लूटपाट* 

*हिंद वतन लखनऊ।* 10 दिन पूर्व ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के कुढ़िया घाट पर जन्मदिन की पार्टी मनाने गए लोगों से मारपीट और लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले सिपाही सहित दो लुटेरों को ठाकुरगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर हवालात में पहुंचा दिया। पुलिस ने लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात आशीष बालियान और रईस मंज़िल हुसैनाबाद ठाकुरगंज के रहने वाले समीर को गिरफ्तार किया है।

ठाकुरगंज थाने के एसएसआई ज्ञानेश सिंह ने बताया कि इसी महीने की 7 तारीख को शेखपुर ठाकुरगंज के रहने वाले बृजेश रावत ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज कराया था। बृजेश रावत अपने साथियों के साथ कुढ़िया घाट पर बर्थडे पार्टी मनाने गए थे तभी कुछ लोगों ने उनसे और उनके साथियों से मारपीट कर अपने आपको पुलिसकर्मी बताया और उनसे 15 हज़ार की लूट की वारदात को अंजाम दिया था।उन्होने बताया कि बृजेश रावत की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे की जांच में प्रकाश में आए सिपाही आशीष बालियान और समीर को गिरफ्तार किया गया है।सिपाही पुलिस लाइन में तैनात है लेकिन वहां से भी वो गैरहाजिर चल रहा था।

बताया जा रहा है कि अपराध की रोकथाम और लुटेरों बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की वर्दी पहनने वाला सिपाही आशीष बालियान ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के पीर बुखारा में जिस किराए के मकान में रहा था वहां उसने 6 महीनों से मकान मालिक को किराया भी नहीं दिया था। दबंग मानसिकता वाले इस लुटेरे सिपाही से जब मकान मालिक के द्वारा मकान का किराया मांगा जाता तो सिपाही आशीष बालियान मकान मालिक को वर्दी का रौब दिखाता था। सूत्र बता रहे हैं कि लूट की घटना को अंजाम देने वाले सिपाही आशीष बालियान की तैनाती तो रिजर्व पुलिस लाइन में थी लेकिन वो पुराने लखनऊ में अपने कुछ लफंगे साथियों के साथ अक्सर घूमा करता था और नदी किनारे सैर सपाटा करने वाले लोगों से अक्सर वो इस तरह की वारदातों को अंजाम देता रहता था, लेकिन इससे पहले किसी ने उसके खिलाफ लिखित शिकायत नही की थी।

वर्दी को शर्मसार करने वाले आशीष बालियान की गिरफ्तारी से ये स्पष्ट हो गया है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कार्यवाही के लिए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की मंशा स्पष्ट है कि अपराध की घटना को अंजाम देने वाला किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा फिर चाहे वो कोई भी हो। बताया जा रहा है कि मोबाइल छीनने के बाद आशीष बालियान ने उनका मोबाइल वहीं फेंक दिया था और 15,000 हज़ार रुपए लेकर फरार हो गया था।