रियल एस्टेट कंपनी के सीएमडी ने लगाया महिला पर 5 लाख रंगदारी मांगने का आरोप…
सीएमडी बृजेंद्र सिंह: रंगदारी मांगी जा रही है 👆
एमडी मो. इस्माइल: ऐसे कैसे करें व्यापार 👆
एडवोकेट वसीम अहमद: कार्रवाई की जाए 👆
पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप: जनसुनवाई पोर्टल की शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई…
लखनऊ। काकोरी थाना क्षेत्र के ग्राम कटिंघरा में 18 बीघा जमीन की प्लॉटिंग कर रही रियल एस्टेट कंपनी ‘आकाश उड़ान प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड’ के सीएमडी जितेंद्र सिंह और एमडी मो. इस्माइल ने एक स्थानीय महिला और उसके साथियों पर रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप लगाते हुए काकोरी पुलिस पर भी महिला के खिलाफ कार्यवाही न किए जाने का आरोप लगाया है।
आकाश उड़ान प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड रियल स्टेट कंपनी के सीएमडी बृजेंद्र सिंह ने आज यूपी प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी कंपनी ने ग्राम कटिंघरा परगना काकोरी तहसील लखनऊ में मध्यवर्ग को सुलभ आवास उपलब्ध कराने के लिए करीब 18 बीघा जमीन का बैनामा कराने के बाद प्लाटिंग का काम शुरू किया था। बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ दिनों के बाद उन्हें पता चला कि उनके द्वारा खरीदी गई एक जमीन जिसका खसरा नंबर 41 है, उस पर किसान व सरकार के मध्य स्वामित्व का विवाद चल रहा था जिस पर उप जिलाधिकारी लखनऊ के द्वारा 18 जनवरी 2021 को स्थगन आदेश पारित किया गया था। उन्होने बताया कि खसरा नंबर 41 की भूमि को छोड़कर उनके पास अन्य भूमि भी थी जिस पर वो प्लाटिंग का काम कर रहे थे। खसरा नंबर 41 की भूमि पर स्थगन आदेश होने की वजह से उन्होंने वहां पर काम बंद कर दिया था।
उन्होने कहा कि यहीं की रहने वाली अपने को समिजसेविका बताने वाली रेनू रावत नामक महिला व उसके कुछ अन्य साथियों ने आकर उनके द्वारा की जा रही प्लाटिंग पर लगे बैनर पोस्टर को फाड़ दिया और 5 लाख रुपए की मांग करते हुए कहा कि जब तक कंपनी 5 लाख रुपए नहीं देगी तब तक हम यहां पर काम नहीं होने देंगे। बृजेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर भी इस संबंध में 15 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी, परंतु काकोरी पुलिस ने चुनाव की व्यस्तता होने की बात कहकर शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया। उन्होने आशंका जाहिर की है कि अपने आपको समाज सेविका बताने वाली ये महिला उनकी कंपनी के लोगों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा कर फंसा सकती है। कंपनी के एमडी मो. इस्माइल ने भी पत्रकार वार्ता में यही आशंका जाहिर करते हुए कहा कि तथाकथित समाज सेविका उनकी साफ-सुथरी जमीन को विवादित बताकर कंपनी के काम में न सिर्फ व्यवधान डाल रही है बल्कि 5 लाख रुपए की मांग करते हुए फंसाने की धमकियां भी दे रही है। श्री इस्माईल ने शक ज़ाहिर किया है कि उनकी जमीन को विवादित बताकर 5 लाख रुपए की मांग करने वाली महिला उनके प्रतिद्वंद्वियों से मिली भी हो सकती है।
रियल स्टेट कंपनी के अधिवक्ता वसीम अहमद का कहना है कि साल 2021 से रियल स्टेट का काम कर रही आकाश उड़ान प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के काम में बाधा उत्पन्न करने वाली महिला पूरी जमीन को ही विवादित बता रही है। जबकि खसरा संख्या 41 को छोड़कर उनकी कंपनी दूसरी जमीन पर काम कर रही है और महिला ने काम को रुकवा दिया है। उन्होने कहा कि पुलिस को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए, लेकिन पुलिस चुनाव का बहाना बनाकर कार्यवाही से पुलिस बच रही है।
संवाददाता मतीन अहमद की रिपोर्ट, , ,