मानवता की अनूठी मिसाल…

मानवता की अनूठी मिसाल…

राधाकुंड में मिली मानसिक बीमार बेसाहरा महिला को पहुंचाया अपना घर भरतपुर…

मानसिक स्थिति खराब होने से महिला से परेशान थे…

पुलिस की मदद से संस्था श्रीकृष्ण-चैतन्य सेवा सदन ट्रस्ट की एम्बूलैंस से भर्ती कराया…

रघुनाथ दास गोस्वामी गद्दी के महंत केशव दास महाराज ने सहयोग कर सेवा की अनूठी मिसाल पेश की…

गोवर्धन। कहते हैं जिसका दुनिया में कोई नहीं रहता है तो उसकी मदद के लिए भगवान इंसान को ही भेजते हैं। वह राह भटकती सुधबुध खोकर राधारानी की शरण में पहुंची तो उसकी मदद के लिए आगे हाथ बढ़े। लोगों ने उसकी मार भी खूब खाई और गाली भी सुनी लेकिन उसकी दुर्दशा पर हर किसी को रहम आ गया। उसकी पुलिस मददगार बनी तो लोगों के हाथ भी उसकी सहायता उठ खड़े हुए। ऐसा ही वाकया बीती रात्रि गोवर्धन परिक्रमा के कस्बा राधाकुंड का है। यहां एक महिला मानसिक स्थिति खराब होने पर पहुंच गई और उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। जब लोगों ने उसके तन को ढकने की कोशिश की तो उल्टा उन पर हमला बोल दिया। इस पर राधाकुंड व परिक्रमा मार्ग में सेवा के प्रकल्पों में जुटी प्राचीन रघुनाथ दास गोस्वामी गद्दी के गद्दीनशीन केशव दास महाराज को सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। उन्होंने मानसिक स्थिति खराब होने से अपनी सुधबुध खो बैठी परिक्रमा में लावारिस मिली महिला को पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को अपना घर भरतपुर में भर्ती कराया। महिला की मानसिक स्थिति खराब होने से परिक्रमार्थी श्रद्धालु व स्थानीय लोग परेशान थे। वह मानसिक रूप से नियंत्रण में न होने के कारण पत्थर व डंडों से कई राहगीरों को घायल कर चुकी थी। उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। वह कभी बंगाली व हिंदी भाषा में बात कर रही थी। पुलिस को भी सूचना दी गई। उसके कई जगह से सिर में चोट लगी हुई थी। थी। सूचना पर राधाकुंड चैकी प्रभारी राघवेन्द्र सिंह चैहान, हैंड कांस्टेबल सर्वेश सिंह व अन्य पुलिस कर्मी पहुंच गये। बड़ी मुश्किल से मानसिक रूप से परेशान महिला पर काबू पाया। इसके बाद अपना घर गोवर्धन को सूचना दी गई। लेकिन अपना घर गोवर्धन में उपचार की सुविधा न होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद महंत केशव दास महाराज ने अपनी संस्था श्रीकृष्ण-चैतन्य सेवा सदन ट्रस्ट की एम्बूलैंस से परेशान महिला को भरतपुर अपना घर भर्ती कराने के लिए भेजा। नगर पंचायत राधाकुंड के सभासद छत्तर चैधरी ने बताया कि सूचना मिलते ही वह भी मदद के लिए पहुंच गये। उसको भरतपुर के अपना घर में भर्ती करा दिया। उनके साथ हैंड कांस्टेबल सर्वेश सिंह, कांस्टेबल गुड़िया, चालक तपन कुमार, नगर पंचायत के सभासद छत्तर चैधरी, छैलबिहारी दास आदि थे।

पत्रकारअमित गोस्वामी की रिपोर्ट…