महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाला संत कालीचरण गिरफ्तार…
खजुराहो में गिरफ्तारी के समय की फोटो 👆
खजुराहो से हुई गिरफ्तारी: छत्तीसगढ़ पुलिस कार से लेकर रायपुर रवाना…
लखनऊ/रायपुर। धर्म संसद में महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है।संत कालीचरण को छत्तीसगढ़ के रायपुर की पुलिस ने खजुराहो से गिरफ्तार किया है, उन्हे रायपुर लाने की कार्यवाही की जा रही है। महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर कालीचरण महाराज के खिलाफ रायपुर समेत देश के कई हिस्सों में केस दर्ज किया गया था। कल शाम ही खबर आई थी कि कालीचरण महाराज रायपुर से फरार हो गए हैं, जिसके बाद रायपुर पुलिस ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में उनकी तलाश शुरू कर दी थी।
रायपुर के एसपी प्रशांत अग्रवाल के अनुसार कालीचरण महाराज खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम में किराए के मकान में रह रहे थे। आज सुबह 4 बजे पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस शाम तक उन्हे लेकर रायपुर पहुंच जाएगी। कालीचरण महाराज के खिलाफ रायपुर में धारा 505 (2) और धारा 294 के तहत केस दर्ज किया गया है। रायपुर के पूर्व महापौर और मौजूदा सभापति प्रमोद दुबे ने उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई है। रायपुर में हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहे थे। उन्होने कहा था ‘इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है, हमारी आंखों के सामने उन्होने 1947 में कब्जा कर लिया था… उन्होने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था… मैं नाथूराम गोडसे को नमन करता हूं कि उन्होने उस …. को मार डाला।’
छिपने के लिए कारया था कॉटेज बुक. . . . .
आरोपी महाराज खजुराहो में एक किराए का मकान लेकर वहां छिपकर रह रहा था। इतन ही नहीं बताया जा रहा है कि उसने अपने छिपने के लिए एक कॉटेज भी बुक कराया था। पुलिस कालीचरण को कार से लेकर रायपुर के लिए रवाना हो गई है। खुद को कालीपुत्र बताने वाले कालीचरण ने रायपुर धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। यही नहीं संत कालीचरण ने कहा था, गांधी से नफरत, गाली देने पर मृत्युदंड भी स्वीकार है।
8 मिनट के वीडियो में कई विवादित बातें कहीं थीं…
कालीचरण ने करीब 8 मिनट 50 सेकेंड के वीडियो में अपने विवादित बयान पर कई तरह की बातें की। उन्होने कहा कि गांधी की वजह से ही सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रधानमंत्री नहीं बने। अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बनते तो आज भारत अमेरिका से बड़ी ताकत बन सकता था। कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। भगत सिंह और राजगुरु की फांसी ना रुकवाने के आरोप भी लगाए। कालीचरण ने कहा कि कोई राष्ट्र का पिता नहीं हो सकता। यदि राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए जिन्होने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया। उन्होने गांधी को देश का बंटवारा करने का जिम्मेदार बताया।
जहर घोलने की कोशिश,एक्शन लेंगे: बघेल…..
इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाराजगी जताई। उन्होंने संत कालीचरण के बहाने भाजपा को भी घेरा। बघेल ने पूछा- अभी तक भाजपा के नेताओं की तरफ से कोई बयान क्यों नहीं आया। भाजपा इस पर मौन क्यों है। छत्तीसगढ़ शांति, प्रेम और भाइचारे की धरती है। यहां उत्तेजक बातें, हिंसात्मक बातें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। राष्ट्रपिता के बारे में इस तरह की बातें कहा जाना निश्चित रूप से यह दर्शाता है कि बोलने वाले की मानसिक स्थिति क्या है। इसकी जितनी निंदा की जाए, वो कम है। प्रशासन की तरफ से कड़े कदम उठाए जाएंगे।
अभिनीत धनंजय उर्फ संत कालीचरण. . . . .
संत कालीचरण का असली नाम अभिनीत धनंजय सराग है और भावसार समाज के हैं। पिता दवा की दुकान चलाते हैं। कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला में स्थानीय युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं और 8वीं क्लास तक पढ़े हैं। बचपन में मां-बाप ने उन्हें मौसी के घर इंदौर भेज दिया था। कालीचरण को बॉडी बिल्डिंग का शौक है। क्लासिकल सिंगर की तरह आलाप लेकर सबको चौंका भी देते हैं। कालीचरण ने राजनीति में भी हाथ आजमाया। 2017 में अकोला नगर निकाय चुनाव में उन्होंने किस्मत आजमाई, लेकिन हार गए थे। इसी साल कालीचरण भोपाल के पास भोजपुर मंदिर में शिवतांडव स्त्रोत का पाठ कर चर्चा में आए थे। (30 दिसंबर 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,