ब्रोकरेज कंपनियों ने एल्गो ट्रेडिंग पर सेबी के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई..
नई दिल्ली, 13 दिसंबर । ब्रोकरेज कंपनियों ने एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) से जारी सभी ऑर्डर को एल्गो ट्रेडिंग मानने संबंधी बाजार नियामक सेबी के प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इससे भारत में ऐसे कारोबार की वृद्धि प्रभावित हो सकती है।
एल्गो ट्रेडिंग को एल्गोरिद्म पर आधारित स्वचालित खरीद-बिक्री की प्रणाली माना जाता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल ही में जारी एक परामर्श पत्र में खुदरा निवेशकों द्वारा की जाने वाली एल्गो ट्रेडिंग के नियमन का एक प्रारूप बनाने की बात कही है।
ब्रोकरेज फर्म ट्रेडस्मार्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विकास सिंघानिया ने कहा कि एल्गो ट्रेडिंग पर नजर रखना आज की जरूरत है, लेकिन इस कोशिश में सेबी एल्गो ट्रेडिंग की वृद्धि में अवरोध पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा, ”अगर सेबी के परामर्श पत्र में जारी सुझाव लागू कर दिए जाते हैं, तो ब्रोकरों के लिए एपीआई मुहैया करा पाना मुश्किल हो जाएगा।”
हालांकि, इक्विटीमास्टर फर्म के शोध सह-प्रमुख राहुल शाह कहते हैं कि इस निगरानी से कोई एल्गो ट्रेडिंग में छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा और छोटे निवेशक के पास भी शेयरों की खरीद-बिक्री के समान अवसर होंगे।
फायर्स के सह-संस्थापक एवं सीईओ तेजस खोडे के मुताबिक, एल्गो ट्रेडिंग शेयर कारोबार में हुआ एक स्वाभाविक विकास है। ऐसे में अगर इस कारोबार में लगे लोगों की क्षमता बाधित होती है, तो उसका उलटा असर होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि सेबी इस मामले में रचनात्मक फैसला लेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट