जेजेपी के चौटाला का बड़ा बयान: कांग्रेस की हालत खराब, राहुल गांधी भी छोड़ सकते हैं कांग्रेस…

जेजेपी के चौटाला का बड़ा बयान: कांग्रेस की हालत खराब, राहुल गांधी भी छोड़ सकते हैं कांग्रेस…

कैप्टन अमरेंद्र के बाद कांग्रेस छोडऩे के लिए कतार में लगे हैं कई नेता: दिग्विजय…

भिवानी, 25 नवंबर  जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय चौटाला ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पार्टी छोडऩे के लिए कतार में लगे हैं और हालात ये हैं कि राहुल गांधी भी कांग्रेस ना छोड़ दें। दिग्विजय ने किसानों की एमएसपी की मांग को जायज बताया।

दरअसल, दिग्विजय चौटाला जेजेपी के स्थापना दिवस पर झज्जर में होने वाली जन सरोकार दिवस रैली का निमंत्रण देने यहां पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी स्थापना दिवस पर हम दो साल का लेखा-जोखा रखेंगे और अगले तीन साल का एजेंडा तैयार करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के आरोपों, किसान आंदोलन व एचपीएससी स्कैम के साथ युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 फीसदी आरक्षण को हाईकोर्ट ले जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

कांग्रेस के कृषि कानूनों की वापसी पर पीएम मोदी डर बताने पर चौटाला ने कहा कि कांग्रेस के हालात खराब हैं। कैप्टन अमरेंद्र के बाद कांग्रेस नेता पार्टी छोडऩे के लिए कतार में खड़े हैं। हालात ये हैं कि कहीं राहुल गांधी ही कांग्रेस ना छोड़ दें। दिग्विजय ने कहा कि राजस्थान की राजनीति में दो-चार दिन में बडा घटनाक्रम होने वाला है।

उन्होंने कहा कि जेजेपी ने निजी क्षेत्र में हरियाणवी युवाओं के लिए 75 फीसदी आरक्षण के विरोध में गुरुग्राम इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के हाई कोर्ट जाने पर कहा कि ये सच्चे हरियाणवी नहीं हो सकते। इनकी मंशा ठीक नहीं और इनके पीछे किसी की राजनीतिक समर्थन हो सकती है। एचपीएससी स्कैंडल पर दिग्विजय ने कहा कि उन्हे संतुष्टि है कि उनकी सरकार सही काम कर रही है। चौटाला ने किसानों की एमएसपी की मांग को जायज बताया और कहा कि एमएसपी कानून एक दिन में नहीं बन सकता। इसके लिए किसान नेताओं से चर्चा के लिए कमेटी बनेगी, जिसमें ऐसा फैसला लिया जाए कि किसान को एमएसपी मिले और देश की अर्थव्यवस्था पर असर ना पड़े। दिग्विजय ने कहा कि इसके अलावा किसान नेताओं के पास कोई फॉर्मूला है तो जेजेपी मोदी व अमित शाह तक उनकी बात पहुंचाने की मध्यस्थता करने को वह तैयार है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट