गौ आश्रय स्थलों में गोवंशों को सर्दी से बचाने के इंतजाम नहीं होने पर होगी कार्रवाई…
गाजियाबाद, 25 नवंबर । जनपद के गौ आश्रय स्थलों में सर्दी से बचाव के इंतजाम करने के लिए पशु विभाग ने संचालकों को कड़े निर्देश दिए हैं। अगर कहीं भी लापरवाही सामने आती है तो इसकी जिम्मेदारी संचालक की होगी। लापरवाही बरतने पर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ महेश ने बताया कि जनपद में कुल 26 स्थाई और अस्थाई गौ आश्रय स्थल हैं, जिनमें से 19 अस्थाई और सात स्थाई हैं। इन आश्रय स्थलों में वर्तमान में करीब 41 सौ गोवंशों को रखा गया है। इन स्थलों में रखे गए गोवंशों को सर्दी में कोई परेशानी न हो इसके लिए संचालकों और संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। सर्दी से बचाव के लिए सभी गोवंशों के लिए कोट बनाने होंगे। अगर कहीं से भी लापरवाही की शिकायत प्राप्त होगी तो संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा सभी गौ आश्रय स्थलों पर भूसे का स्टॉक रखना होगा, जिससे गोवंशों को चारे की कमी न पड़े। स्थलों पर कम से कम तीन से चार महीने के लिए चारे का स्टॉक होना चाहिए। साथ ही गोवंशों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। अगर कोई गोवंश बीमार चल रहा है तो उसका इलाज अच्छे ढंग से किया जाए, जिससे वह जल्दी ठीक हो जाए। साथ ही गोवंशों की सुरक्षा को भी प्राथमिकताओं में शामिल किया जाए। आश्रय स्थल पर तैनात किए गए कर्मचारी उपस्थित रहने चाहिएं, जिससे कोई भी परेशानी होने पर वह संबंधित अधिकारी को सूचना दे सके। उन्होंने बताया कि आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था जांची जाएगी। मौके पर अगर कोई भी कमी पाई जाती है तो संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट