अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में 24 नवम्बर को मनाया जायेगा झारखण्ड राज्य दिवस…

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में 24 नवम्बर को मनाया जायेगा झारखण्ड राज्य दिवस..

नई दिल्ली, 23 नवंबर   प्रकृति के गर्भ में बसे प्रदेश झारखण्ड में अनेको प्राकृतिक स्थल हैं। झारखंड को प्रचुर जैव-विविधता, सुखद जलवायु, समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक स्थलों और सदियों पुरानी आदिवासी कलाओं से नवाजा गया है। जो राज्य को पर्यटकों के लिए अंतिम गंतव्य बनाता है। झारखण्ड के आकर्षणों की बात करें तो डिमना झील, टाटा स्टील जूलॉग सेंटर, हुडको झील, शानदार जंगल, विविध वन्य जीवन, आकर्षक झरने, उत्तम हस्तशिल्प, साहसिक खेल, शानदार झील, करामाती शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य और सबसे बढ़कर, मेहमान नवाजी और शांतिप्रिय लोगों के साथ एक मनोरम गंतव्य है। दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे व्यापार मेले में इन्ही सब की विस्तृत जानकारी देने के लिए झारखण्ड पर्यटन ने झारखण्ड पवेलियन में स्टाल लगाई है। जिस पर लोगो की खासी भीड़ देखने को मिल रही है।

झारखण्ड टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन की मैनेजर सिल्की ने झारखण्ड में टूरिज्म पर जानकारी देते हुए बताया कि झारखण्ड की राजधानी रांची को “सिटी ऑफ़ फॉल्स” के नाम से भी जाना जाता है। जहाँ पर 4 बड़े और 5 छोटे आकार के जल प्रपात है। जिसमे हुंडरू जल प्रपात की अधिकतम उचाई 98 मीटर तक और दसम जलप्रपात में 10 अलग अलग धाराएँ मिल कर उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बनाती हैं। झारखण्ड प्रदेश अपनी धार्मिक स्थलों जैसे पार्श्वनाथ मंदिर, भद्रा काली मंदिर, मलूटी मंदिर, पारसनाथ मंदिर, रजरप्पा मंदिर और देवघर के लिए पसंद किया जाता है। पर्यटक यहाँ नेतरहाट में मनमोहक सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए आते हैं। वहीँ बेतला नेशनल पार्क में हाथियों को देखा जा सकता है। बेतला नेशनल पार्क अब टइगर रिजर्व पार्क के लिए मशहूर हो रहा है। झारखण्ड पर्यटल ने रांची के पास स्थित पतरातू में एडवेंचर पार्क का निर्माण करवाया है। जिसमे बच्चो के साथ बड़े भी एडवेंचर का मजा ले सकते हैं।

नए पसंदीदा स्थान के रूप में तेजी से उभर रहा झारखंड अब साहसिक खेलों के लिए एक लोकप्रिय केंद्र है। जमशेदपुर और गिरिडीह के हरे-भरे जंगल इसे जंगल सफारी, ट्रेकिंग, पैडल बोटिंग और पर्वतारोहण के लिए आदर्श बनाते हैं। प्राकृतिक दृश्यों के साथ रॉक क्लाइम्बिंग के लिए चाईबासा और नेतरहाट, रामगढ़ में सिकिदिरी और दसम प्रमुख हैं। पानी के रोमांचक खेलों का आनंद लेने के लिए, कैनोइंग, कयाकिंग और वाटर स्कीइंग के लिए कांके बांध, रुक्का बांध, पतरातू बांध और डिमना झील की यात्रा की जा सकती है। हॉट एयर बैलून की रोमांचक सवारी के लिए मोराबादी, रांची, जमशेदपुर, देवघर और गिरिडीह जैसी जगहें पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान कराती है। उन्होंने बताया की झारखण्ड पर्यटन अपने डैम और जल प्रपातों के आस पास वहीं के लोगो को पर्यटकों के सत्कार का कार्यभार देते हैं जिससे उनके लिए अच्छे रोजगार का सृजन होता है।

झारखण्ड पवेलियन के निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने जानकारी दी की हर साल की भाति मेले में प्रदेश की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित होने वाले झारखण्ड राज्य दिवस का आयोजन 24 नवम्बर बुधवार को किया जा रहा है। जिसमे मुख्य अतिथि प्रदेश के मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और उद्योग विभाग तथा खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव श्रीमती पूजा सिंघल शामिल होंगी। राज्य दिवस के अवसर पर झारखण्ड के लोक कलाकार प्रस्तुति देंगे। जिसका आयोजन प्रगति मैदान के एम्फी थियेटर में किया जायेगा

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट