दिल्ली में हवाओं की अनुकूल गति से वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार…
नई दिल्ली, 23 नवंबर। दिल्ली में 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ हवाओं की गति अनुकूल होने पर वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार देखने को मिला। पिछले दो दिनों से इस गति से चल रही हवाओं ने प्रदूषण तत्वों के बिखराव में मदद की है जिसके बाद वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’से ‘खराब’ की श्रेणी में आ गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 20 किलोमीटर प्रति घंटे और सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से वायु गुणवत्ता में और दृश्यता में सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार को 349 और सोमवार को 311 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में इसलिए दर्ज किया गया क्योंकि किसी भी खास वक्त में लिया गया एक्यूआई, पिछले 24 घंटों में दर्ज एक्यूआई का औसत होता है।
पड़ोस के फरीदाबाद (270), गाजियाबाद (232), ग्रेटर नोएडा (212), गुरुग्राम (273) और नोएडा (232) में भी वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 से बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम”, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि स्थानीय और सतही हवाएं बुधवार से धीमी हो सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट आ सकती है।
दिल्ली सरकार ने सोमवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार और श्रमिकों को होने वाली असुविधा को देखते हुए निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर से प्रतिबंध हटा लिया।
सरकार बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने और अपने कर्मचारियों के लिए घर से काम करने के मुद्दे पर फैसला लेगी।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘हम इस बात पर भी चर्चा करेंगे कि क्या स्थिति में सुधार जारी रहने पर गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले सीएनजी से चलने वाले ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी जा सकती है ?’
शहर की सरकार ने रविवार रात को अपने कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की अवधि को बढ़ा दिया था और वायु प्रदूषण से निपटने और इसके स्वास्थ्य प्रभावों को कम करने के लिए 26 नवंबर तक गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट