डिकॉक ने ‘घुटने के बल बैठने’ को लेकर हुये विवाद को पीछे छोड़ दिया: वाइसी…
अबुधाबी, 28 अक्टूबर। नामीबिया के हरफनमौला खिलाड़ी डेविड वाइसी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक ने ‘घुटने के बल बैठने’ के मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट कर विवाद को खत्म कर दिया है।
उन्होंने हालांकि कहा कि ऐसे मुद्दों पर निर्णय लेते समय टीमों को एकजुट रहना चाहिए।
डिकॉक ने गुरुवार को कहा कि उनके घुटने के बल बैठने से दूसरों को शिक्षित करने में मदद मिलती है तो उन्हें इसमें दिक्कत नहीं है। इससे पहले इस तरह बैठने से इनकार करने पर उन्हें नस्लवादी कहा गया जिससे उन्हें काफी पीड़ा पहुंची।
वाइसी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘ उन्होंने (डिकॉक) इसे (विवाद) खत्म कर दिया है और अब हर कोई जानता है कि उन्होंने जो किया उसका क्या कारण था। उन्होंने कारण बताते हुए अपना पक्ष रखा। यहां मौजूद हर व्यक्ति की अपनी मान्यता और किसी मुद्दे पर अपना रूख हो सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप जो भी करने का फैसला करते हैं, आप वह फैसला एक टीम के रूप में करते हैं।’’
नामीबिया का प्रतिनिधित्व करने से पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम में डिकॉक के साथी रहे वाइसी ने कहा , ‘‘टीम में एकजुटता होनी चाहिए वह चाहे घुटने के बल बैठने के बारे में हो या पाकिस्तान की टीम के जैसा खड़े होकर दिल पर हाथ रखना हो। आप अपना समर्थन दिखाने के लिए जो कुछ भी कर रहे हैं, आपको बस एक टीम के रूप में ऐसा करना है।’’
डिकॉक दक्षिण अफ्रीका के वेस्टइंडीज के खिलाफ दुबई में खेले गये सुपर 12 के ग्रुप एक मैच से हट गया था। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने खिलाड़ियों को नस्लवाद के विरोध में प्रत्येक मैच से पहले घुटने के बल बैठने का निर्देश दिया था जिसके बाद डिकॉक ने यह निर्णय किया था।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…