नरेंद्र मोदी की सरकार ने जनजातीय समाज को सबसे ज्यादा राजनीतिक सम्मान दिया: अर्जुन मुंडा
रांची, 23 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को रांची में शुरू हुई। इसका उद्घाटन करते हुए केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने देश के जनजातीय समाज को जितना राजनीतिक सम्मान दिया है, उतना आजादी के बाद देश की किसी सरकार ने नहीं दिया था। उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में जनजातीय समाज से आने वाले आठ लोगों को स्थान दिया। इस बैठक का उद्घाटन पार्टी के
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करने वाले थे, लेकिन अपरिहार्य कारणों से वह रांची नहीं पहुंच सके। सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, केंद्रीय जनजाति कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह, इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते,भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह सांसद अशोक नेते, राष्ट्रीय महामंत्री कालीराम
मांझी सहित पार्टी के 40 से ज्यादा सांसदों को मिलाकर देश भर से लगभग 200 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सम्मेलन की शुरूआत में उपस्थित प्रतिनिधियों ने देश में 100 करोड़ कोविड टीकाकरण की उपलब्धि के लिए करतल ध्वनि के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इस मौके पर कहा कि 100 करोड़ टीके की यह उपलब्धि असाधारण है और यह नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व, दूर²ष्टि और अथक प्रयासों से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पहली
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बार विकास की प्रक्रिया में जनजातीय समाज को भागीदार बनाने के लिए गंभीर कदम उठाये हैं। इसी कड़ी में देश के प्रत्येक प्रखंड में एकलव्य मॉडल स्कूल खोलने की योजना को जमीन पर उतारा जा रहा है। पहाड़ों और जंगलों में रहनेवाले आदिवासियों ने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों पर विश्वास कर चुनावों में जो जनसमर्थन दिया, उसे हम कभी नहीं भूलते। भारतीय जनका पार्टी की सरकार इनके सर्वांगीन विकास के लिए सतत प्रयासरत है। अर्जुन मुंडा ने सम्मेलन में भाग ले रहे भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के
प्रतिनिधियों से अपील की कि वे देश में रहनेवाली 700 जनजातीयों को सरकार द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओं से जोड़ने, उन्हें अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलायें। बैठक की शुरूआत में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने स्वागत भाषण किया। उन्होंने उम्मीद जतायी कि भगवान बिरसा मुंडा, वीर सिद्धो-कान्हू जैसे वीरों की धरती पर हो रहे इस दो दिवसीय मंथन से जो निष्कर्ष सामने आयेगा, उससे जनजातीय समाज तक
एक नई रोशनी पहुंचेगी। समीर उरांव ने बताया कि कार्यसमिति की बैठक कुल सात सत्रों में आयोजित होगी। प्रत्येक सत्र में विचार-विमर्श के एजेंडे पूर्वनिर्धारित हैं। कुल मिलाकर फोकस इस बात पर है कि जनजातीय समाज के कल्याण और उत्थान के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को प्रभावी तरीके से धरातल पर उतारने में मोर्चा के हर छोटे-बड़े नेता-कार्यकर्ता की भूमिका सुनिश्चित हो। जनजातीय समाज के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और पारंपरिक मूल्यों और वर्तमान परिस्थितियों पर भी मंथन होगा।
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