साहब! हम लोग पुलिस चौकी गए थे, वहां बेटी के गायब होने की जानकारी देते हुए मदद मांगी। लेकिन, पुलिस वाले बोले कि.. कुछ ‘खर्चा-पानी’ दोगे तो जांच शुरू करेंगे, तुम्हारी बच्ची मुफ्त में थोड़े ही मिल जाएगी। लखनऊ के ठाकुरगंज से लापता नौ वर्षीय मासूम बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गई। रविवार सुबह उसका शव गुलाला घाट के पास झाड़ियों में मिला। बच्ची का शव मिलने के बाद जब पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो पीड़ित परिवार ने उन्हें सिपाहियों की इस कारस्तानी के बारे में बताया। बेटी की हत्या से गमजदा परिवार की चीख-पुकार सुनकर लोग उग्र हो गए और पुलिस को आक्रोश का सामना करना पड़ा।
फल विक्रेता ने बताया कि बेटी के न मिलने पर वह अपने साले के साथ सुबह 7 बजे सतखण्ड पुलिस चौकी गए थे। उन्होंने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को पूरी बात बताई जिसके बाद सिपाहियों ने उन्हें अंदर बुलाया। आरोप है कि सिपाहियों ने मदद करने के एवज में उनसे रुपयों की मांग की। इस पर बच्ची के पिता ने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने का हवाला देते हुए बच्ची को जल्द से जल्द ढूंढने की गुहार लगाई। लेकिन, पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा। बच्ची के पिता ने प्रदीप नाम के सिपाही पर रुपये मांगने का आरोप लगाया है।
इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों ने बच्ची के मामा की बाइक भी खड़ी करवा ली। बच्ची के मामा ने बताया कि वह जीजा को अपनी बाइक पर बैठाकर पुलिस चौकी ले गए थे। उसकी बाइक पर नंबर नहीं पड़ा था। यह देख पुलिस वालों ने उससे पूछताछ करते हुए बाइक के पेपर दिखाने को कहा। इस पर उसने कहा कि.. अभी यह जरूरी नहीं है, कृप्या करके पहले बच्ची को ढूंढिये, बाइक के कागज हम बाद में दिखा देंगे। लेकिन, पुलिस वालों ने उसकी बात को अनसुना करते हुए बाइक खड़ी करवा ली।