परकोटे में 1948 से पहले और बाद के शहर सर्वेक्षण मानचित्रों का होगा डिजिटलाइजेशन
जयपुर, 13 अक्टूबर। 1948 से पहले और बाद के शहर सर्वेक्षण मानचित्रों की जर्जर हालत को देखते हुए इनका डिजिटलाइजेशन करने की तैयारी की जा रही है। हैरिटेज नगर निगम प्रशासन ने रिकॉर्ड में उपलब्ध परकोटे के 66 नक्शों की डिजिटल कॉपी तैयार करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। परकोटे में सिटी सर्वे का रिकॉर्ड 1948 और उससे भी पुराना है। अब इसे डिजिटलाइज करने का निर्णय किया गया है। इसका एस्टीमेट लगाकर टेंडर लगा दिया गया है। जल्द ही इसका टेंडर ओपन कर पुराने रिकॉर्ड को डिजिटलाइज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुराने रिकॉर्ड को डिजिटलाइज करने से जब भी इन्हें एक्सेस करने की आवश्यकता होगी, तो फिजिकल कॉपी की बजाय डिजिटल कॉपी इस्तेमाल की जा सकेगी। पुराने
मानचित्र को डिजिटलाइज करने के बाद इनकी दो कॉपी रिकॉर्ड में रखी जाएगी और फोटो कॉपी या डिजिटल कॉपी को रिकॉर्ड जांचने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। हैरिटेज नगर निगम में परकोटे के करीब 66 नक्शे मौजूद हैं। सिटी सर्वे के रिकॉर्ड को
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डिजिटलाइज करने के बाद इन्हें सार्वजनिक किया जाएगा। प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान पुराने शहर को लेकर कराए गए सर्वेक्षण मानचित्रों की जरूरत महसूस हुई, लेकिन जब लोगों ने अपनी संपत्तियों को पहचानने के लिए इन मानचित्रों को टटोला, तो इनकी दयनीय स्थिति से उन्हें निराशा हाथ लगी। हैरिटेज नगर निगम में परकोटे के करीब 66 नक्शे मौजूद हैं, जो
जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं। ऐसे में अब इन मानचित्रों को डिजिटलाइज करने का फैसला किया गया है। हैरिटेज निगम कमिश्नर अवधेश मीणा ने बताया कि अभी लेआउट प्लान सार्वजनिक कर दिए गए हैं। सिटी सर्वे के रिकॉर्ड को डिजिटलाइज करने के बाद इन्हें सार्वजनिक किया जाएगा। जयपुर में स्टेट पीरियड के दौरान हर संपत्ति की लंबाई, चौड़ाई और मालिक के नाम को दर्ज करते हुए वॉल सिटी का एक सर्वेक्षण किया गया था। इसमें प्रत्येक घर का जिक्र करते हुए शहरी क्षेत्र की 9 चौकड़ियों के नक्शे बनाए गए थे। ये नक्शे आज भी उपयोगी हैं और संपत्तियों के मूल स्वामियों की पहचान करने में मददगार हैं।
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