अजन्मे कान्हा का मथुरा में कल होगा जन्म…

अजन्मे कान्हा का मथुरा में कल होगा जन्म…

कान्हा के जन्म की खुशी में सज रही मथुरा नगरी…

सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक-चैबंध…

मथुरा। अजन्मे के जन्मदिन के लिए श्रीकृष्ण जन्म स्थान संस्थान ही नहीं बल्कि ब्रज के घर-घर में तैयारी की जा रही है। प्रत्येक ब्रजवासी अपने आंगन में कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने को लालायित है। ब्रज के बाजार में रौनक आ गई है। मथुरा नगरी के तिराहे-चैराहे सज गये हैं। ब्रज के मथुरा, वृंदावन, गोकुल, गोवर्धन, राधाकुंड में धार्मिक आयोजन शुरू हो गये हैं। मथुरा में 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व की तैयारियों एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एडीजी जोन राजीव कृष्णा व आईजी आगरा नवीन अरोरा व एसएसपी गोरव ग्रोवर द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर सम्बन्धित विभागीय अधिकारीगण के साथ बैठक के बाद श्री कृष्ण जन्मभूमि परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि 30 अगस्त सोमवार को रात्रि 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव तथा समय 12.40 से 12.50 के समय श्री कृष्ण भगवान की शृंगार आरती होगी। भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक रजत, कमल पुष्प में विराजित विग्रह का दूध, दही, घी, बूरा, शहद, दिव्य औषधि एवं वनस्पतियों से अभिषेक किया जाएगा। भगवान को लड्डू व मेवाआंे का लगाया जाएगा। मंदिर के पट 1.30 बजे तक खुले रहेंगे। अपने आराध्य की झलक पाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइंस का भी पालन करना होगा।

बाॅक्स में
12 स्थानों पर बने मंच पर होंगे विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम, परिषद के सीईओ ने देखी तैयारियां

मथुरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में उ.प्र. बृजतीर्थ विकास परिषद ने मथुरा वृन्दावन के प्रमुख तिराहे-चैराहे और घाटों को दुल्हन की तरह सजा दिया है। यहां रात्रि में रंगीन लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है। परिषद द्वारा इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की भी व्यवस्था की गयी है इसके लिए 12 प्रमुख स्थानों पर मंच बनाये जा रहे है। इन कार्यों का आज परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आईएएस नागेन्द्र प्रताप ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि हर बार की तरह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर फील कराने और उनके मनोरंजन के लिए परिषद द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही तिराहे-चैराहे और घाटों की साज सज्जा की जाती है। इस बार भी इसी प्रकार के कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार शहर में 12 स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाये जा रहे है। प्रमुख चैराहे डैम्पीयर नगर भूतेश्वर होली गेट डीग गेट के साथ ही 11 तिराहे-चैराहों के अलावा मथुरा-वृन्दावन और गोकुल के तीन घाटों पर सजावट की जा रही है। इन घाटों में शहर का विश्राम घाट, वृन्दावन का केसी घाट और गोकुल का ठकुरानी घाट शामिल है। निरीक्षण के दौरान उनके साथ उप कार्यपालक अधिकारी पंकज वर्मा मौजूद रहे।
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सुरक्षा के साये में होगा भगवान का जन्म
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। अजीव संयोग है कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म को लेकर कंस ने सुरक्षा में द्वारपाल लगाये थे तो आज आतंकवादी गतिविधियों व अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर हजारों सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं। मथुरा शहर को तीन जोन व 16 सैक्टरों में बांटा गया है। जिसमें मथुरा जनपद के साथ-साथ अन्य जनपदों से पुलिस फोर्स व अधिकारियों की तैनाती की गई है।

5247 वर्ष के हो रहे हैं भगवान श्रीकृष्ण
30 अगस्त सोमवार को भविष्य पुराण के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण 5247 वर्ष के हो रहे हैं। यह उनका 5247 वां जन्मोत्सव भी है। इस वर्ष जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा वृष राशि में रहते हुए मनाई जाएगी। भगवान श्रीकृष्ण 30 अगस्त को 5247 साल के होने जा रहे हैं। उनकी जन्म और लीला भूमि मथुरा में कृष्ण कन्हैया के जन्मोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। इस बार अजन्मे के जन्म पर शुभ संयोग, जयंती योग, रोहिणी नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि और चंद्रमा वृषभ (उच्च) राशि में रहेंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। द्वापर युग में मथुरा पुरी में कंस के कारागार में भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में उच्च (वृष) राशि के चंद्रमा में भगवान श्रीकृष्ण ने निशीथ बेला में रात के 12 बजे जन्म लिया था। उस समय सूर्य भगवान सिंह राशि पर चल रहे थे। विशेषज्ञों की ज्योतिष गणना के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का 5247 वर्ष के होने जा रहे हैं

पत्रकार अमित गोस्वामी की रिपोर्ट…