*कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही न हो, लखनऊ में सख्ती बढ़ाई जाए- मुख्यमंत्री*

*कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही न हो, लखनऊ में सख्ती बढ़ाई जाए- मुख्यमंत्री*

*मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारी* 👆

*पाॅजिटिव मरीज के पास एंबुलेंस पहुंचने का मैसेज 15 मिनट में पहुंचे*

*लखनऊ में ऐसा माॅडल प्रस्तुत करें, जिसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाए*

*लखनऊ।* राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शाम अपने सरकारी आवास पर अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक में लखनऊ के जिलाधिकारी और सीएमओ से किसी भी हालत में लापरवाही न बरतने की हिदायत दी, साथ ही उन्होने लखनऊ में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 मिनट में कोरोना पॉजिटिव मरीज के पास एम्बुलेंस पहुंचने का मैसेज पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि लखनऊ में ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया जाए जो पूरे प्रदेश में लागू किया जा सके। मुख्यमंत्री ने डीजी हेल्थ की तत्काल नियुक्ति के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए, साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीज की स्थिति के अनुसार उसे लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल, एसपीजीआई, केजीएमयू और L-1, L-2 और L-3 अस्पतालों में भर्ती किया जाए, साथ ही लोकबन्धु अस्पताल में कोविड बेड बढ़ाकर 200 किए जाएं। उन्होने सिविल, लोकबन्धु, बलरामपुर अस्पताल और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रभारी चिकित्सकों से भी स्थिति की जानकारी ली और कोविड -19 के उपचार के सम्बन्ध में एक एसओपी विकसित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार और रविवार को व्यापक स्तर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाए।
*अस्पताल में अखबार/टेलीविजन की व्यवस्था हो….*
मुख्यमंत्री ने कहा कि कण्टेन्मेण्ट जोन के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता व सख्ती बरती जाए, डोर स्टेप डिलीवरी हो। जिला प्रशासन द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे के लिए आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सहित अन्य की सेवाएं ली जाएं। उन्होने कहा कि आवश्यकतानुसार नई एम्बुलेन्स अथवा निजी एम्बुलेन्स की भी सेवाएं ली जाएं। 102, 108, एएलएस एम्बुलेन्स सेवा के अलावा, पुरानी उपलब्ध एम्बुलेन्स का भी प्रयोग किया जाए। आईएमए एवं नर्सिंग एसोसिएशन के साथ जिला प्रशासन की हर सप्ताह बैठक हो। कोविड तथा नाॅन-कोविड अस्पतालों के हर वाॅर्ड में पल्स आॅक्सीमीटर उपलब्ध हो और उसका प्रत्येक घण्टे इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा अस्पताल में किसी स्थान पर टेलीविजन/अखबार की व्यवस्था हो। प्रत्येक जनपद के अस्पतालों में पर्याप्त बेड उपलब्ध हों।
*शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था प्रशासन करे….*
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग की व्यवस्था निरन्तर संचालित रहती चाहिए। सभी जनपदों में डेडीकेटेड टीम कार्य करे, किसी भी प्रकार की शिथिलता किसी भी स्तर पर न हो। कोरोना मरीज की मृत्यु की स्थिति में परिजनों द्वारा शव न लिए जाने पर उसके अन्तिम संस्कार की व्यवस्था प्रशासन करे, इसके लिए जनपदों को धनराशि उपलब्ध करा दी गई है। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह/सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, निदेशक सूचना शिशिर, मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। (19 जुलाई 2020)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*