मुसलमान रमजान में सोशल डिस्ट्रेन्स का विशेष ख्याल रखें- शहर काजी…
इटावा- इस साल का रमजानुल मुबारक लॉकडाउन में शुरु हो रहा है। इसलिए मुसलमान लॉकडाउन का पालन करते हुए सोशल डिस्ट्रेन्स के तहत रमजान की इबादत करें। शहर काजी रफीकुल हसन ने जानकारी देते हुए कहा कि 25 अप्रैल से रमजान शुरू हो रहे है। उन्होंने कहा कि वह बिना वजह मुसलमान रोजा न छोड़ें, सभी नमाजें अपने अपने घरों में ही पढ़ें मस्जिद न जाएं, तरावीह भी घरों में ही पढ़ें। आसपास के लोगों को अपने घरो में इकटठा न करें।
उन्होंने बताया कि 6 दिन व 10 दिनो में कुरान सुने जाने के लिए अपने घरों में इंतजाम करें, बिना वजह घर से बाहर पैदल या किसी सवारी से न घूमें और लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें, इफतार पार्टियां करके लोगों को इकटठा न करें, इफ्तार के वक्त देश व दुनिया के तमाम लोगों के लिए अल्लाह से दुआ करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के सिलसिले में जब भी शासन या प्रशासन से जो भी अहकाम जारी हों उन पर अमल करना हम सभी की जिम्मेदारी है, हर हाल में हमे उन्हें मानना है। अभिभावक अपनी औलादा को बिना वजह घर से बाहर न जाने के लिए उनपर सख्ती करें। सभी मस्जिदों, मदरसों इत्यादि के जिम्मेदारों से भी गुजारिश है कि इमामो व मुअज्जिनो को दी जाने वाली माहाना मदद में कटौती न करें और वक्त पर उन्हें अदा करें। सहरी व इफतार के वक्त के शुरु व खत्म होने के टाइमटेबिल जो भी अल्लाह के नेक बन्दे तैयार कराते हैं, सभी जरूरतमंदों तक वह पहुंचने की कोशिश करें। इसी क्रम में शिया मौलाना सैयद अनवारुल हसन जैदी ने कहा है कि रमजान के पवित्र महीना 25 अप्रैल से शुरू हो रहा है और देश की जनता को कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन लगाकर सोशल डिस्ट्रेन्स बनाये रखने के साथ घरों पर पूजा व इबादत करने का फरमान जारी किया है। ऐसी स्थिति में मुस्लिम समाज लॉकडाउन का पूरी तरह पालन कर रमजान की इबादत मस्जिदों में न आकर घरों पर ही करे और सोशल डिस्ट्रेन्स का भी ख्याल रखे।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…