लखनऊ। हिन्द वतन समाचार…
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने वाले 10 छात्रों को किया गया सम्मानित
लखनऊ। राजधानी स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को
उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा कार्यशाला 2018 का आयोजन किया गया।
जिसमे लोक निर्माण विभाग सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक
करने में विशिष्ट योगदान देने वाले प्रतियोगिता के माध्यम से प्रथम
दस बच्चों के घर जाने वाली सड़क को पक्के मुख्य मार्ग से जोड़ने
की घोषणा की गयी साथ ही उन्हें सम्मानित भी गया यह घोषणा प्रदेश
के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इन्दिरगांधी
प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा कार्य
शाला 2018 के उद्घाटन अवसर पर की।उन्होंने कहा कि सड़क और परिवहन एक दूसरे के पर्याय हैं
इसलिये हम सब का कर्तव्य है कि हम ओवर लोडिंग से बचें
तथा सड़क सुरक्षा के लिये बने यातायात नियमों का पालन करें।
श्री मौर्य ने कहा कि हमारे पास सब कुछ है और यदि हम सुरक्षित नहीं हैं
तो सब निरर्थक है। इस आयोजन के दौरान उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा,
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
सिद्धार्थ नाथसिंह समेत अन्य मंत्रीगण व अधिकारी भी मौजूद रहे।
सड़क सुरक्षा कार्यशाला का उद्घाटन
परिवहन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा कार्यशाला का उद्घाटन मंगलवार को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में किया गया। इस मौके पर करीब 10 ऐसे छात्रों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने सड़क सुरक्षा सम्बंधित नियमों के प्रति लोगों को जागरूक किया। जिस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्र. मौर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत का संकल्प लिया था, आज ये जन आन्दोलन बन गया।इसी प्रकार हमारा प्रदेश सड़क दुर्घटना मुक्त बने ऐसा हमें संकल्प लेना होगा।हम वाहन चलाते समय सीट बेल्ट एवं हैलमेट का प्रयोग अवश्य करें।श्री मौर्य ने उदाहरण देते हुये कहा कि हम में से अधिकांश लोगअपने वाहन चालक का ध्यान नहीं रखते, यात्रा के पश्चात स्वयंके ठहरने हेतु अच्छी व्यवस्था कर लेते हैं किन्तु वाहन चालक को अपने वाहन में ही विश्राम करना होता है, जिसकी वजह सेवह न तो सो पाता है और न ही ठीक से आराम कर पाता है, जिसके कारण दुर्घटनाओं की सम्भावना बढ़ जाती है।इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति यातायात नियमों का उल्लंघनकरता हुआ मिले तो उस पर कठोर कार्यवाही की जानी चाहियेप्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर, लखनऊ में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यशाला के शिक्षा और जागरुकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करना बच्चों एवं बड़ों सभी को अपने स्वभाव में लाना जरूरी है।सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन हो इसकेलिए मॉडर्न तकनीकी का सहयोग लिया जाना बहुत जरुरी है।शिक्षा, जागरुकता और सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन करना सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में सहयोगी होगा
चालक और लोगों की लापरवाही से बढ़ रही दुर्घटनाएँ – स्वतंत्र देव सिंह
इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रोग्राम में परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि प्रदेश में चालक और लोगों की लापरवाही से सड़क दुघर्टनाएं बढ़ी हैं।सड़क दुर्घटना के लिए यातायात वाहनों और जनसंख्या में वृद्धि, सड़कों का अच्छी होना, वाहनों की तेज गति, सड़कों पर अतिक्रमण, यातायात नियमों का पालन न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चालकों की लापरवाही और उनकी अधूरी नींद, हमारा व्यवहार व प्रतिष्ठा तथा दूसरे से आगे निकलने की होड़ मुख्यतयाजिम्मेदार है।वाहन मालिक को चालकों की चिन्ता करनी चाहिए। जिससे हर रोज़ होने वाली दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके। वहीं कार्यशाला में उपस्थित अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सड़क निर्माण के दौरान सड़क सुरक्षा उपायों, इसकी डिजाइन और इंजीयरिंग पर विशेष ध्यान दिया जाय और शुरूआत में ही सड़कों को चैड़ा करने के साथ-साथ अतिक्रमण मुक्त रखा जाय .
ट्रैफिक नियमों का पूरी सजगता से होना चाहिए अनुपालन- सिद्धार्थ नाथ सिंह
उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमें ट्रैफिक नियमों का अनुपालन पूरी सजगता के साथ करना चाहिए, इससे सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी।सडक दुर्घटनाओं से बचने हेतु हम लोगों को प्रिवेंशन की तरफध्यान देना चाहिए, क्योंकि ‘प्रीवेंशन इज ए पार्ट ऑफ़ इमरजेन्सी केयर’।दोपहिया वाहन चलाने वालों को हेलमेट पहनने हेतु प्रोत्साहितकिया जाए। सके साथ ही यातायात के नियमों का पालन सुनिश्चित करने हेतु लोगों को जागरूक किया जाए।सड़क सुरक्षा प्रदेश में एक महत्वपूर्ण अध्याय बने, ताकि सभी जीवन सुरक्षित रहें और लोग दुर्घटनाओं से बच सके।