आईएमएफ को विश्व बैंक में चीन की रैंकिंग से जुड़ी गड़बड़ी की जांच की जानकारी दी गयी…
वाशिंगटन, 05 अक्टूबर । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने सोमवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल को विश्व बैंक के ‘डूइंग बिजनेस रिपोर्ट’ में चीन की रैंकिंग से जुड़ी गड़बड़ी की जांच करने वाली कानूनी सेवा प्रदाता कंपनी के वकीलों ने इस संबंध में जानकारी दी है। जांच में पाया गया है कि आईएमएफ की मौजूदा प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और अन्य अधिकारियों ने विश्व बैंक के कर्मचारियों पर चीन एवं दूसरे देशों की व्यापार रैंकिंग को प्रभावित करने वाले डेटा को बदलने के लिए दबाव डाला। आईएमएफ ने कहा कि 190 देशों की ऋण एजेंसी के निदेशक मंडल ने विश्व बैंक की “डूइंग बिजनेस 2018” रिपोर्ट को लेकर कानूनी सेवा प्रदाता कंपनी विल्मरहेल की जांच में उठाए गए मुद्दों की मौजूदा समीक्षा के तहत उसके प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की।
डूइंग बिजनेस रिपोर्ट (व्यापार करने में आसानी से जुड़़ी रिपोर्ट) में देशों के कर बोझ, नौकरशाही संबंधी बाधाओं, नियामक प्रणाली और अन्य व्यावसायिक स्थितियों का मूल्यांकन करने के बाद उन्हें रैंकिंग दी जाती थी और इस रैंकिंग का इस्तेमाल कुछ देश अपने यहां निवेश को आकर्षित करने के लिए करते रहे हैं। आईएमएफ ने एक बयान में कहा कि मामले की समीक्षा के तहत उसका निदेशक मंडल जल्द ही जॉर्जीवा से मिलेगा। बयान में कहा गया कि निदेशक मंडल रिपोर्ट में उठाए गए मुद्दों की “पूरी गहराई, निष्पक्षता और समयबद्ध तरीके से समीक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।” जांच की वजह से विश्व बैंक ने सालाना डूइंग बिजनेस रिपोर्ट का प्रकाशन करना बंद कर दिया। घटना के बाद जॉर्जीवी से इस्तीफे की मांग की जा रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…