विदेश सचिव श्रृंगला रविवार को जाएंगे जाफना
कोलंबो, 03 अक्टूबर। श्रीलंका की चार दिवसीय यात्रा पर आए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला रविवार को तमिल अल्पसंख्यकों की बहुलता वाले जाफना शहर की यात्रा करेंगे और द्वीप के प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर ‘टूथ’ (दंत मंदिर) के दर्शन करेंगे।अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
श्रृंगला ने शनिवार को श्रीलंका की चार दिवसीय यात्रा शुरू की। इस दौरान वह राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे सहित देश के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे तथा भारत एवं श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि श्रृंगला ‘सेंट्रल’ प्रांत की राजधानी कैंडी की यात्रा करेंगे, जहां वह ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर ‘टूथ’ जाएंगे। इसके बाद वह पूर्वी बंदरगाह त्रिंकोमाली और ‘नदर्न’ प्रांत की राजधानी जाफना जाएंगे। इन तीनों प्रांतों की यात्रा के दौरान श्रृंगला भारत द्वारा वित्तपोषित उन परियोजनाओं का भी दौरा करेंगे, जिनकी निगरानी देश में भारतीय मिशन कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि कोलंबो में सोमवार को उच्च स्तरीय वार्ताएं होंगी। श्रृंगला तीनों राजपक्षे भाइयों राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे से मुलाकात करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका गए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे रविवार को श्रीलंका लौटेंगे। इन तीनों नेताओं के अलावा श्रृंगला मुख्य तमिल दल ‘तमिल नेशनल अलायंस’ के प्रतिनिधिमंडल से भी वार्ता करेंगे।
भारत श्रीलंका से तमिल समुदाय के हितों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और एक बहुजातीय एवं बहुधार्मिक समाज के रूप में देश के चरित्र को संरक्षित करने का लगातार आह्वान करता रहा है। श्रीलंका में तमिल समुदाय संविधान में 13वें संशोधन को लागू करने की मांग करता रहा है, जो उसे सत्ता के हस्तांतरण का प्रावधान प्रदान करता है। यह 13वां संशोधन 1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के बाद लाया गया था।
श्रृंगला श्रीलंकाई विदेश मंत्री जी एल पीरिस से भी मुलाकात करेंगे। पिछले साल जनवरी में विदेश सचिव का पद संभालने के बाद यह श्रृंगला की श्रीलंका की पहली यात्रा है। श्रृंगला के समकक्ष जयनाथ कोलंबगे ने यहां शनिवार रात हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया था।
”हिन्द वतन” समाचार की रिपोर्ट