पर्यावरण मंत्री ने की बाघ रैलियों की शुरुआत
नई दिल्ली, 02 अक्टूबर। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने आजादी के अमृत महोत्सव और वन्यजीव सप्ताह समारोह के तहत शनिवार को देश के 51 अभयारण्यों के 18 बाघ रेंज वाले राज्यों में बाघ रैलियों की शुरुआत की।
रैलियां सात दिनों (2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर) में 7,500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेंगी, जिस दौरान ये रैलियां पूरे भारत में फैले विविध और सुरम्य परिदृश्यों से होकर गुजरेंगी।
मंत्री ने तीन बाघ अभयारण्यों – कर्नाटक में बिलिगिरि रंगनाथस्वामी मंदिर (बीआरटी) बाघ अभयारण्य, महाराष्ट्र में नवेगांव नागजीरा बाघ अभयारण्य और मध्य प्रदेश में संजय बाघ अभयारण्य में रैली की डिजिटल तरीके से हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की।
यादव ने वन और वन्यजीव क्षेत्रों में स्थायी पर्यावरण पर्यटन, गंगा एवं सिंधु नदी में डॉल्फिन, संबंधित जलीय जीव और आवास की निगरानी के लिए फील्ड गाइड और नगर वन दिशानिर्देश भी जारी किए।
इसके अलावा, मंत्री ने आर्द्रभूमि पर एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया, जो ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित सभी सूचनाओं के लिए एकल-बिंदु पहुंच है।
कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी में पर्यावरण मंत्रालय मुख्यालय में आयोजित किया गया था और इसमें पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, पर्यावरण सचिव आर पी गुप्ता और वन के अतिरिक्त महानिदेशक सौमित्र दासगुप्ता और एस पी यादव ने भाग लिया।
‘इंडिया फॉर टाइगर्स – ए रैली ऑन व्हील्स’ विषय के साथ, यह रैली 51 बाघ अभयारण्यों, 18 बाघ रेंज राज्यों में यात्रा करेगी, जहां संबंधित बाघ अभयारण्य के फील्ड डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर और संबंधित कर्मचारी निर्दिष्ट मार्गों का पालन करेंगे और जश्न के नामित स्थल (1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की स्थापना के दौरान नामित पहले नौ बाघ अभयारण्य) पर जुटेंगे।
पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘‘बाघ संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, रैली विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एकसाथ लाएगी और इस आयोजन के व्यापक पैमाने पर कवरेज इसकी वैश्विक पहुंच को सक्षम करेगा।’’
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट