गया में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन
गया, 30 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के दिशानिर्देश में जनहित के विभिन्न मांगो को लेकर स्थानीय चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा के समक्ष गुरुवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से किसान विरोधी तीनों काले कानून को निरस्त कराने, एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाने, कोरोनावायरस महामारी से प्राण गवांए लोगो को चार लाख मुआवजा देने, आयकर के दायरे से बाहर वाले लोगो को प्रतिमाह
7500 रुपया देने, डीजल – पेट्रोल में बेतहाशा टैक्स वृद्धि को कम करने, घरेलू गैस एव सभी खाद्य सामग्री की कीमतों में बढ़ोतरी को कम करने, सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों , शिक्षकों सहित सभी सरकारी कर्मचारियों को टीकाकरण सुनिश्चित करने, आम लोगों को बुथ स्तर पर टीकाकरण केंद्र बना कर जल्द वैक्सिनेशन कराने, पेगासस जासूसी मामले की जांच सर्वोच्च
न्यायालय की निगरानी में कराने, राफेल सौदे की जे पी सी जांच करने आदि मांगो लेकर आवाज बुलंद किया गया। इस अवसर पर उपस्थित नेताओं ने कहा कि देश के किसान, मजदूर, नौजवान, छात्र युवा और आमजन सभी लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं। किसान तीनों काले कानून को निरस्त कराने के लिए दस माह से संघर्षरत है, मजदूर काम के लिए दर- दर भटक रहे हैं,
बेरोजगार रोजगार नहीं मिलने पर आत्म हत्या तक कर रहे है।आमजन कमरतोड़ महंगाई से बेहाल है। गरीब की थाली से दाल- सब्जी गायब हो गया है। प्रदर्शन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, जिला किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह, कांग्रेस सेवादल के प्रदेश महासचिव अमरजीत कुमार,
मुख्य संगठक टिंकू गिरी, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुंदन कुमार, इंटक के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा प्रकाश, कांग्रेस टेक्निकल सेल के अध्यक्ष इंजीनियर राजेश रमण, कांग्रेस वर्कर्स कमिटी के अध्यक्ष अशरफ इमाम, सुजीत गुप्ता, गया जिला असंगठित मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण कुमार पासवान, सुरेन्द्र मांझी, राजेश्वर पासवान, विनोद बनारसी, अमित कुमार लहेरी, सूरज कुमार आदि शामिल थे।
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट