किसान भी किसान ई-मार्ट के माध्यम से देश-विदेश में बेच सकेंगे अपनी फसल

अब सीवान के किसान भी किसान ई-मार्ट के माध्यम से देश-विदेश में बेच सकेंगे अपनी फसल

सीवान, 30 सितंबर। किसानों को उनकी फसल बेचने के लिए अब कहीं भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि अब किसान ई- मार्ट के माध्यम से सीधे कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से अपने तैयार फसल को देश – विदेश के खरीदारों के पास बेच सकेंगे।जिससे किसानों को उनके फसल का रेट लोकल से अधिक मिलेगा।किसानों के लिए यह सुविधा जिले के सभी सीएससी

केंद्रों के माध्यम से शुरू की जा चुकी है।इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए किसानों को पहले सीएससी केंद्रों पर जाकर अपना पंजीकरण करवाना होगा। जिले के सभी सीएससी केंद्रों पर किसानों के लिए निशुल्क पंजीकरण करवाने की सुविधा उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से संचालित सीएससी केंद्रों के माध्यम से

किसान मार्ट सेवा शुरू की गई है जिसमें सीएसई संचालक के माध्यम से किसानों को अपनी फसल बेचने की सुविधा मिलती है। इस योजना में पहले किसानों को सीएससी पोर्टल पर जाकर अपना पंजीयन कराना होगा, इसके बाद किसानों को अपने बेचे जाने वाले फसल की पूरी जानकारी किसान ई- मार्ट के पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। इसके बाद सीएससी के माध्यम से जुड़े

खरीदार किसानों के दर्ज फसल की बोली लगाते हैं। खरीदार के बोली लगाने और फसल को पसंद कर लिए जाने के बाद फसल की पूरी कीमत का एडवांस भुगतान किसानों के खाते में किया जाने के बाद खरीदार का प्रतिनिधि मौके पर जाकर किसान की फसल को देखता है और उसे अपने कब्जे में लेकर फसल को कर देश या विदेश ले जा सकता हैं। भारत सरकार किसान ई-

मार्ट शुभारंभ किए जाने पर भविष्य में किसानों को होने वाले फायदे के संबंध में जानकारी देते हुए सीवान की प्रमुख बहुउद्देशीय शोध संस्थान शंखनाद सीवान, सेंटर फॉर डाॅयलाक रिसर्च एंड रिसोर्स डेवलपमेंट के निदेशक मंडल के सदस्य रोहित सिंह ने बताया कि यह सुविधा उन किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी, जो हर साल कोई ना कोई ना फसल की पैदावार

करते हैं, मगर बिक्री के लिए कोई उचित प्लेटफार्म नहीं मिलने पर उन्हें फसल को स्थानीय बाजारों में औने पौने दामों में बेचना पड़ता है। किसान ई-मार्ट के जरिए अब किसान अपनी फसल देश-विदेश के किसी भी खरीदार से बेच सकते हैं। इससे हमारे किसानों को काफी आर्थिक लाभ होगा और उन्हें अब अपने उत्पादों को बेचने के लिए स्थानीय खरीदार या बाजारों के बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

कामन सर्विस सेंटर के सीवान जिला समन्वयक प्रकाश कुमार से मिली जानकारी के अनुसार किसान ई-मार्ट के पोर्टल से किसानों को पंजीकरण के लिए पहचान के लिए पैन कार्ड, वोटर कार्ड, पता के लिए विद्युत बिल/ ड्राईविंग लाइसेंस/बैंक पासबुक देने होंगे। कामन सर्विस सेंटर के संचालक इन कागजातों को किसान के पंजीकरण फॉर्म पर अपलोड करेंगे।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट