शहीदों के साथ इतिहासकारों ने न्याय नहीं किया : दीपक प्रकाश

झारखंड के शहीदों के साथ इतिहासकारों ने न्याय नहीं किया : दीपक प्रकाश

– अमृत महोत्सव के तहत भाजपा ने शहीदों के परिजनों व सेवनिवृत्त सैनिकों को किया सम्मानित

खूंटी, 30 सितंबर। भाजपा द्वारा चलाये जा रहे सेवा और समर्पण अभियान के तहत भारतीय जनता युवा मोर्चा और भाजपा तोरपा मंडल द्वारा देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के परिजनों और सेवानिवृत्त सैनिकों के सम्मान में गुरुवार को तोरपा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश और विशिष्ट अतिथि विधायक कोचे मुंडा सहित अन्य नेताओं ने शहीद वाल्टर गुड़िया, भगवान बिरसा मुंडा

और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। शहीद वाल्टर गुड़िया की पत्नी राहिल गुड़िया, सेवानिवृत्त सैनिक अमृत गुड़िया, मिखाइल सांगा, रोयन गुड़िया असियन भेंगरा सहित अन्य सेवानिवृत्त सैनिकों और युवा मोर्चा के शिविर में रक्तदान करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया। नगर भवन में आयोजित सम्मान समारोह को संबांधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि देश की आजादी और इसकी रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी देने वाले झारखंड के

शहीदों के साथ इतिहासकारों ने न्याय नहीं किया। आज भी झारखंड के ऐसे कई शहीद हैं, जिन्हें इतिहास में कही जगह नहीं मिली। आज भी वे गुमनाम है। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव का उद्देश्य ऐसे गुमनाम शहीदों को सम्मान और इतिहास में स्थान दिलाना है, जिन्होंने देश की आजादी और सुरक्षा के लिए अपना घर, परिवार, समाज और अपना सर्वस्व छोड़ दिया। राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि देश में आजादी का आंदोलन 1857 से शुरू हुआ, पर इसके पहले ही झारखंड के

ही वीर बुधु भगत ने अंग्रेजों के खिलाफ पहली बगावत शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि खूंटी की धरती काफी पवित्र है। इस धरती ने बिरसा मुंडा सहित कई अमर शहीदों और खिलाड़ियों को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, सिदो कान्हु सहित अन्य बलिदानियों को उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा को सही सम्मान तब मिला, जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार आयी। सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा हर गांव से ऐसे गुमनाम शहीदों के नाम मंगा रही है, ताकि उन्हें इतिहास में जगह दिलायी जा सके।

1857 में अंग्रेजों देश छोड़ो आंदोलन था, अब देश जोड़ो आंदोलन है : कोचे मुंडा

विधायक कोचे मुंडा ने कहा कि 1857 का आंदोलन अंग्रेजों देश छोड़ा आंदोलन हुआ था, पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नतृत्व में भारत जोड़ो आंदोलन चलाया जा रहा है। इसके तहत देश के सभी लोगों को एक सूत्र में बांधना है। विधायक ने कहा कि अमृत महोत्सव को कैसे मनाया जाए, इसको लेकर प्रधानमंत्री ने एक कमेटी का गठन किया, ताकि जनता के सुझाव उन्हें मिल सके। उन्होंने कहा कि महोत्सव के माध्यम से आजादी के संषंर्घ और देश की सुरक्षा में लगे सैनिक और शहीदों की गाथा

की जानकारी युवाओं को मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीर में पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, यह भी एक उपलब्धि है। कश्मीर से धारा 370 और 35ए को हटाना और अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण भी भाजपा सरकार की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आहृवान किया की कि वे सरकार की उपलब्धियों की जानकारी को जन-जन तक पहुंचाए।

इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार महतो, महिला मोर्चा अध्यक्ष और खूंटी जिला परिषद की अध्यक्ष जोनिका गुड़िया, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष राजीव कुमार महतो, सांसद प्रतिनिधि संतोष जायसवाल, विनोद भगत,गंझू प्रधान, खूंटी की प्रमुख रूकमिला देवी, भाजपा की जिला उपाध्यक्ष गंदौरी गुड़िया, शशांक शेखर राय, नीरज पाढ़ी, नीरज जायसवाल, सुबोध जायसवाल, संगीता ठाकुर, रंजीत वर्मा सहित युवा मोर्चा और भाजपा के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट