जी-20 देशों के वित्तीय संस्थानों का प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों में 22,000 अरब डॉलर का ‘निवेश’…
मुंबई, 29 सितंबर। जी-20 देशों के वित्तीय संस्थानों का प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग में लगभग 22,000 अरब डॉलर का निवेश या ऋण है, जिसमें से 60 प्रतिशत बैंकों, 30 प्रतिशत परिसंपत्ति प्रबंधक इक्विटी होल्डिंग्स और शेष नकदी और सरकारी प्रतिभूतियों के रूप में है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बैंकों का ऋण जहां 13,800 अरब डॉलर का हैं, वही परिसंपत्ति प्रबंधक इक्विटी होल्डिंग्स का निवेश 6,600 अरब डॉलर है जबकि शेष 1,800 अरब डॉलर नकदी और सरकारी प्रतिभूतियों के रूप में है।
रिपोर्ट के कहा गया कि जी-20 के वित्तीय संस्थानों का निवेश विनिर्माण, बिजली और अन्य सेवाओं, परिवहन और तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में सबसे अधिक है।
वही भौगोलिक क्षेत्र के अनुसार 9,000 अरब डॉलर के साथ एशिया सबसे आगे है, इसके बाद 8,000 अरब डॉलर के साथ अमेरिकाज दूसरे और 5,000 अरब डॉलर के साथ ईएमईए तीसरे स्थान पर है।
रिपोर्ट में हालांकि देशों के अनुसार जानकारी नहीं दी गई।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट