मोईन अली को ड्रेसिंग रूम के बाहर कई बार कम आंका जाता था: रूट…
नयी दिल्ली, 28 सितंबर। इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट का मानना है कि सीमित ओवरों के प्रारूप में करियर को लंबा खींचने के लिए टेस्ट करियर को अलविदा कहने वाले मोईन अली ‘शानदार रोल मॉडल (आदर्श खिलाड़ी)’ हैं जिनकी कई बार टीम के लिए उनके प्रयासों के लिए ‘कम-सराहना’ की जाती रही है।
इस 34 साल के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर ने सोमवार को खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास की घोषणा की।
रूट ने ‘ईएसपीनक्रिकइंफो डॉट कॉम’ से कहा, ‘‘ सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बिना किसी के कुछ कहे ही यह पता है कि मो (मोईन) ने अपने करियर में क्या हासिल किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुछ शानदार चीजें की हैं। वह मेरे साथ खेलने वाले महान खिलाड़ियों में से एक रहा है। मुझे उसके साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर बहुत अच्छा लगा और हमारे पास मैदान पर तथा मैदान के बाहर की बहुत सारी अद्भुत यादें हैं।’’
रूट ने कहा, ‘‘ वह एक शानदार ‘रोल मॉडल’ रहे हैं। मुझे वास्तव में उम्मीद है कि टेस्ट क्रिकेट में उसने जो कुछ हासिल किया है, उस नक्शेकदम पर बहुत सारे युवा लड़के और लड़कियां चलना चाहेंगे क्योंकि उन्होंने शानदार चीजें की हैं।’’
संयुक्त अरब अमीरात में खेली जा रही इंडियन प्रीमियर लीग में फिलहाल चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व कर रह मोईन ने 64 टेस्ट में 28.29 की औसत से 2914 रन बनाये है। उन्होंने इस दौरान 195 विकेट भी लिये है।
टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन और 200 विकेट के करीब होने के बाद भी संन्यास लेने के उनके फैसले ने कई लोगों को चौका दिया।
फरवरी में चेन्नई में भारत के खिलाफ आठ विकेट लेने के बावजूद उन्हें दोनों टीमों के बीच हालिया श्रृंखला के पहले तीन टेस्ट मैचों में नहीं चुना गया था।
रूट ने कहा, ‘‘मैंने पिछले सप्ताह उनसे बात की है और जिस तरह से वह इन चीजों से निपटा है वह शानदार है। उनके संन्यास लेने से कई अलग-अलग कारणों से टीम के लिए एक बड़ी क्षति होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कई बार उनकी कम सराहना की गई है। यह ड्रेसिंग रूम के अंदर नहीं होता था लेकिन बाहर ऐसा होता था। उनकी कमी खलेगी।’’
मोईन ने करियर के 64 टेस्ट मैचों में से रूट की कप्तानी में 27 मैच खेले है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट