कोलकाता पुलिस ने दिलीप घोष पर कथित हमले की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज की
कोलकाता, 28 सितंबर। कोलकाता पुलिस ने भवानीपुर में चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के साथ धक्का-मुक्की करने की घटना के सिलसिले में खुद ही अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भवानीपुर पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने, हथियारों से दंगा करने, जान-बूझकर चोट पहुंचाने और आपराधिक धमकी देने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की कई धाराएं लगाई गई हैं।
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सियासी हलचल बढ़ने के बीच घोष को सोमवार को भबनीपुर विधानसभा क्षेत्र में कथित तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा धक्का दिया गया और घेर लिया गया जिससे उनके सुरक्षा अधिकारी को पिस्तौल निकालने के लिए उकसाया गया। इस सीट से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव मैदान में हैं।
राष्ट्रीय टीवी चैनलों ने दिखाया कि घोष को धक्का दिया जा रहा है और सड़क पर घसीटा जा रहा है जबकि सुरक्षा गार्ड उन्हें बचाने की कोशिश करते दिखे। एक संदिग्ध तृणमूल समर्थक को एक सुरक्षाकर्मी को उसके कॉलर से पकड़ते हुए देखा गया, जिसने भीड़ को हटाने के लिए तेजी से पिस्तौल निकाल ली।
यह घटना उस समय हुई जब घोष जदुबाबुर बाजार इलाके में एक टीकाकरण शिविर के अंदर गए थे, जहां 30 सितंबर को उपचुनाव होना है।
घोष ने आरोप लगाया था कि तृणमूल समर्थकों ने बिना किसी उकसावे के उन पर “हमला” किया और एक भाजपा कार्यकर्ता को घायल कर दिया। उन्होंने उपचुनाव को स्थगित करने की भी मांग की है जिसे मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए ममता बनर्जी को जीतना होगा।
घोष से जुड़ी घटना के बारे में शिकायत दर्ज कराने के लिए भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को नई दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलने वाला है।
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट