सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही पर प्रसारित हो रहा है “अटपटे विज्ञान की चटपटी कहानियां “

सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही पर प्रसारित हो रहा है “अटपटे विज्ञान की चटपटी कहानियां “

सीवान, 28 सितंबर। सीवान का सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही पर राष्ट्रमंडल शैक्षिक मीडिया केंद्र – एशिया ( सीपीएमसीए) और टेक्नोहब के सहयोग से नई रेडियो श्रृंखला “अटपटे विज्ञान की चटपटी कहानियां” की शुरुआत की गई है।यह कार्यक्रम विज्ञान से जुड़ी रोचक कहानियों पर आधारित है। “अटपटे विज्ञान की चटपटी कहानियां रेडियो सीरीज प्रति दिन सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही पर प्रसारित हो रहा है। कार्यक्रम के अंत मे 15 मिनट का लाइव प्रोग्राम होगा जिसमें श्रोता कार्यक्रम में सुनी कहानी के आधार पर रोचक सवालों के जवाब रेडियो स्नेही को फ़ोन करके दे सकते हैं।

रेडियो स्नेही के निदेशक मधुसूदन पंडित ने मंगलवार को यहां बताया कि “इस सीरीज का उद्देश्य खासकर बच्चों को मूलभूत विज्ञान से परिचित करवाना है जैसे एक्स-रे क्या है, कैसे होता है, किरणें क्या महत्व रखती है, एंटीबॉडी क्या है आदि ऐसे ही कई मजेदार विषयों को संजोय रेडियो सीरीज अलग अलग एपिसोड के माध्यम से विज्ञान को आसानी से समझाने का प्रयास किया करता है ताकि जानकारी का प्रसार समाज के अंतिम छोर तक पहुंच सके जहां पर मुख्य मीडिया (टीवी, अख़बार) की पहुँच

मुशिकल है।उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रमंडल शैक्षिक मीडिया केंद्र – एशिया ( सीपीएमसीए )का धन्यवाद करते है कि उन्होनें यह रेडियो सीरीज सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही के साथ साझा कर बच्चों को ज्ञान की धार के साथ जोड़ने का सराहनीय पहल की है। उल्लेखनीय हो कि सीवान में भारत सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्रालय के सहयोग से सामुदायिक रेडियो स्टेशन वर्ष 2010 में स्थापित किया गया जो पिछले 12 वर्षो से लगातार समुदाय के मध्य जानकारी का प्रसार कर रहा है। रेडियो समुदाय के हर वर्ग मसलन बच्चों, महिलाओं, किसानों, किशोरों तथा वृद्ध लोगों से विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए जुड़ा है।

रेडियो स्नेही की मुख्य कार्यक्रम समन्वयक प्रीति सिंह ने बताया कि इस विज्ञान रेडियो सीरीज में रोचक कहानियो के माध्यम से रोचक अंदाज से बच्चों में वैज्ञानिक खोजों एवं सिद्धान्तों की कहानियों को बताया जाएगा। 10 एपिसोड का यह कार्यक्रम पूरे महीने चलाया जाएगा , तथा जिले के विभिन्न विद्यालयों में इस कार्यक्रम को बच्चों के बीच भी सुनाया जाएगा तथा उनसे उनके अनुभव भी साझा किए जाएंगे। साथ ही यदि कोई विद्यार्थी अपने अंदाज से , वैज्ञानिक खोजों के बारे में कोई रोचक कहानी सुनाना चाहता है तो उसे भी रेडियो स्टेशन बुलाकर या उसके विद्यालय में भी रिकॉर्ड किया जायेगा और उसे रेडियो के माध्यम

से प्रसारित भी किया जाएगा। कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस तरह के कार्यक्रमों से देश के कर्णधार जिन्हें आने वाले समय मे देश की पहचान को आगे बढ़ानी है , उनके अंदर विज्ञान के प्रति लगाव तथा जिज्ञासा बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि 10 एपिसोड का यह कार्यक्रम राष्ट्रमंडल शैक्षिक मीडिया केंद्र- एशिया और टेक्नोहब एवं रेडियो स्नेही ने तैयार किये हैं । हम उन्होंने आउटरीच एक्टिविटी के माध्यम से सीवान जिले के अधिक से अधिक बच्चों तक पहुचने का प्रयास करेंगे।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट