जलस्तर 311.38 आरएल मीटर, त्रिवेणी बह रही 5 मीटर ऊंचाई पर

बीसलपुर का जलस्तर 311.38 आरएल मीटर, त्रिवेणी बह रही 5 मीटर ऊंचाई पर

अजमेर। अजमेर जिले में वर्षा का दौर जारी है। जल संसाधन विभाग के अनुसार अब तक जिले में औसत वर्षा 432 एमएम दर्ज की जा चुकी है। इस रेनी सीजन में गुरुवार सुबह 8 बजे तक सर्वाधिक 600 एमएम सरवाड़ ओर सबसे कम 192 एमएम गोविंदगढ़ में दर्ज हुई। जिले के मुख्य तालाबों में पानी की आवक जारी है।

बीसलपुर बांध क्षेत्र में लगातार हो रही पानी की आवक से जयपुर और अजमेर के अच्छे दिन फिर से आने वाले हैं। बांध के भराव क्षेत्र में त्रिवेणी लगातार बह रही है और माना जा रहा है कि बांध का जलस्तर 312 आरएल मीटर को पार कर गया तो पेयजल कटौती बंद हो जाएगी। अजमेर जिले सहित संभाग के लाखों लोगों को 72 घंटे में की जा रही आपूर्ति फिर से 24 घंटे में होने लगेगी। बीसलपुर बांध का जलस्तर बुधवार दोपहर तक 311.38 आरएल मीटर पहुंच गया है और त्रिवेणी नदी 5 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है, जो इस मानसून में अब तक सबसे ज्यादा है। बांध में वतर्मान पेयजल कटौती के हिसाब से देखा जाए तो 11 माह के पानी का इंतजाम हो चुका है। बीसलपुर बांध में हमेशा अगस्त से सितंबर की बारिश ने ही चादर चलवाई है।

जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2016 में त्रिवेणी 14 मीटर ऊंचाई पर बती तो बांध पर चादर चली। वहीं वर्ष 2019 में त्रिवेणी 09 मीटर ऊंचाई पर बही तो चादर चली और अब आंकलन है कि त्रिवेणी 07 मीटर से अधिक ऊंचाई पर बहती है तो चादर चल सकती है। ऐसे में अब त्रिवेणी से आस लगाई जा रही है कि बांध के बहाव क्षेत्र में पानी की आवक लगातार बढ़नी चाहिए। बीसलपुर में पिछले छह दिन से लगातार पानी आ रहा है। भीलवाड़ा और चित्तौड़ में हो रही अच्छी बारिश लोगों लोगों की प्यास बुझाने का काम कर रही है। बांध में मानसून की बारिश में अब तक करीब 2 मीटर पानी की आवक हो चुकी है। यह बात अगले है कि पानी दो चरणों में आया है।

बांध पर अब तक पांच बार चली चादर

बीसलपुर बांध पर अब तक पांच बार चादर चल चुकी है और इस बार भी चादर चलने का इंतजार शुरू हो गया है। त्रिवेणी से पानी की लगातार आवक के कारण चादर चलने की उम्मीद जगी है। बता दें कि बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकाला गया था।

पुष्कर में बरसे इन्द्रदेवता, सरोवर में आया डेढ़ फुट पानी

तीर्थ नगरी पुष्कर में बुधवार को इंद्र देवता फिर मेहरबान हुए और दोपहर तीन बजे से रात तक रुकरुककर बरसते रहे। शाम को हुए एक घण्टे तक जमकर बारिश तथा दोपहर को हुई तेज बरसात से निचली बस्तियों में पानी भर गया तो वहीं फीडरों के द्वारा पवित्र सरोवर में भी डेढ़ फुट पानी की आवक हुई। अजमेर में गत दो दिनों से रुक रुक कर बरसात हो रही है गर्मी की मार झेल रहे लोगों को जहां गर्मी से काफी राहत मिली वहीं मौसम खुशनुमा हो गया।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट