कर्मचारियों ने कलक्ट्रेट में दिया धरना
नई टिहरी। 18 सूत्रीय मांगों को लेकर गठित उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के बैनर तले कर्मचारी-अधिकारियों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करने के बाद एक दिवसीय धरना दिया। कर्मचारियों ने कहा है कि मांगों पर गौर न हुआ तो आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। इनकी मांगें हैं- प्रदेश के समस्त राज्य
कार्मिकों को पूर्व की भांति 10, 16, 26 साल की सेवा पर पदोन्नति वेतनमान अनुमन्य किया जाय। राज्य कार्मिकों के लिए निर्धारित गोल्डन कार्ड की विसंगतियों का निराकरण किया जाए। पदोन्नति के लिए पात्रता अवधि में पूर्व की भांति शिथिलीकरण की व्यवस्था बहाल की जाए। प्रदेश में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। मिनिस्ट्रीयल संवर्ग में कनिष्क सहायक की शैक्षिक योग्यता स्नात्तक और एक वर्षीय कम्प्यूटर ज्ञान अनिवार्य किया जाय। व्यैक्तिक सहायक संवर्ग में पदोन्नति के सोपान बढ़ाते हुये
स्टाफिंग पैटर्न के तहत ग्रेड पे 4800 तक अनुमन्य किया जाए। वाहन भत्ता सभी कार्मिकों के लिए नियत किया जाए। राजकीय वाहन चालक को ग्रेड पे 2400 इग्नोर करते हुये स्टाफिंग पैटर्न के तहत 4800 तक अनुमन्य किया जाए। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को चालकों की भांति स्टाफिंग पैटर्न के तहत ग्रेड वेतन 4200 तक अनुमन्य किया जाए। मांगों को लेकर सोमवार
को कर्मचारी-अधिकारियों ने प्रदर्शन करने के बाद कलक्ट्रेट परिसर में धरना दिया।समन्वय समिति के मुख्य संयोजक बद्री प्रसाद सकलानी, प्रताप सिंह चौहान, जगत डोगरा, राजीव नेगी, त्रिलोक सिंह नेगी के नेतृत्व में टिहरी मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। जिसमें सोमवार को अजयपाल राणा, डीपी सेमल्टी, विनय बहुगुणा, सत्येंद्र चौहान, सूरत सिंह कैंतुरा, राम प्रकाश,
दिनेश लाल, विजय पाल सिंह, नंद किशोर, विजेंद्र, उत्तम सिंह, जगदीश, वीर सिंह, भगवान सिंह राणा, पंकज उनियाल, पूरण सिंह राणा, मनमोहन पडियार, जितेंद्र नेगी, सुबोध कुड़ियाल, अजयपाल पंवार, आशीष नैथानी, विजयपाल गुसांई, सरोजनी देवी, विनोद डोभाल, जसपाल, चंद्र प्रकाश न्यूली, मनीष, मनोज कुमार, नंद किशोर रतूड़ी आदि शामिल रहे।
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट