बड़ी खबर: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत…

बड़ी खबर: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत…

शिष्य आनंद गिरी एवं महंत नरेंद्र गिरी (फाइल फोटो) 👆   

आश्रम में लटका मिला शव: पुलिस ने जताया आत्महत्या का अंदेशा, शिष्य ने कहा हत्या ?

संत समाज स्तब्ध, उच्चस्तरीय जांच की मांग: दिनेश शर्मा व अखिलेश यादव ने गहरा दु:ख व्यक्त किया…

उप मुख्यमंत्री ने कहा सरकार जांच करायेगी…

लखनऊ/प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालात में आज मौत हो गई, इसको लेकर संत समाज में भारी शोक व्याप्त हो गया है। नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत को हत्या की भी बात उठ रही है। प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में उनका शव मिला है। कुछ लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि उनका शव फंदे पर लटका मिला है तो कुछ लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि उन्होने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या की है। महंत नरेंद्र गिरी का शव किस हालत में मिला, पुलिस की ओर से अभी जानकारी नहीं दी गई है।
खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी एवं फोरेंसिक टीम आश्रम के अंदर थी। उप मुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा ने उनकी मौत पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी। इस बीच आईजी रेंज केपी सिंह एवं प्रयागराज के एसएसपी ने इसे आत्महत्या बताया है। वहीं महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी ने कहा है कि ये आत्महत्या नहीं है हत्या है। उन्होने कहा कि साजिश के तहत ही पूर्व में उनके एवं उनके गुरु के बीच विवाद उत्पन्न कराया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नरेंद्र गिरी की मौत को संत समाज की अपूर्णीय क्षति बताया है।
पतंजलि योगपीठ के बालकृष्ण ने भी नरेंद्र गिरी की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। संतों एवं साधु समाज का कहना है कि नरेंद्र गिरी महाराज जैसा संत आत्महत्या नहीं कर सकता है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव अल्लापुर में बांघबरी गद्दी मठ के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला है। देश भर में अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत की खबर से संत समाज स्तब्ध रह गया है।
शिष्य आनंद गिरि के साथ हुआ विवाद रहा चर्चित…..
संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा है। आनंद गिरि को अखाड़ा परिषद तथा मठ बाघंबरी गद्दी के पदाधिकारी के पद से निष्कासित कर दिया गया था। तब दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी किए थे। तमाम साधु संत ने महंत नरेंद्र गिरि का समर्थन किया था। नरेंद्र गिरि ने कहा था कि आनंद गिरि माफी मांगे तब उनके बारे में कुछ सोचा जा सकता है। बाद में आनंद गिरि ने माफी मांग ली थी हालांकि उनका निष्कासन वापस नहीं किया गया‌।
प्रयागराज पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, भारी तादाद में सुरक्षाबल की तैनाती की गई है।

प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया…..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। देश भर से संत समाज की ओर से उनके निधन पर शोक संदेश लगातार आ रहे हैं।
सुसाइड नोट मिला, उसमें शिष्य का नाम….!
प्रयागराज पुलिस ने कहा है कि महंत नरेंद्र गिरी शिष्य से दुखी थे, मामले की गहराई से जांच की जा रही है। इस बीच खबर है कि शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें शिष्य आनंद गिरी का भी नाम लिखा है। प्रयागराज के एसएसपी/डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के अनुसार कमरा अंदर से बंद था। उन्होने कहा कि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले में पल-पल की खबर दी जा रही है एवं अपर मुख्य सचिव/गृह अवनीश अवस्थी व पुलिस महानिदेशक मुकेश गोयल पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।(20 सितंबर 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,