अभिभावकों की अनुमति पत्र के साथ स्कूल में मिलेगा प्रवेश

अभिभावकों की अनुमति पत्र के साथ स्कूल में मिलेगा प्रवेश,

हथीन, 18 सितंबर। प्रदेश में सोमवार से कक्षा एक से तीन तक के बच्चों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो रही हैं। पलवल जिले के करीब 39 हजार बच्चों को स्कूल खुलने का इंतजार था। अभिभावकों के अनुमति पत्र के साथ ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा। बच्चे एक साथ बैठकर खाना नहीं खा सकेंगे। बच्चों को घर से पानी की बोतल भी साथ लेकर आनी होगी। बच्चों के स्वास्थ्य पर स्कूल मुखिया विशेष नजर रखेंगे। सुबह और दोपहर को बच्चों के तापमान की रिपोर्ट जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के पास भेजी जाएगी। सीबीएसई स्कूल अभी बच्चों की क्लास शुरू नहीं करेंगे।

इससे पहले 17 जुलाई से 9वीं और 12वीं तथा 23 जुलाई से छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए थे। बाद में एक सितंबर से चौथी और 5वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं। अब विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने पहली से तीसरी तक की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है। स्कूल में केवल 2:30 घंटे ही पढ़ाई कराई जाएगी। स्कूल में केवल 50 फीसदी बच्चों को ही प्रवेश मिलेगा। स्कूल प्रबंधकों ने कक्षाओं को सैनिटाइज करवाना शुरू कर दिया है।

एक कमरे में बैठेंगे सिर्फ 25 बच्चे

हथीन स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल के मुख्य शिक्षक सत्येंद्र सिंह ने बताया कि बच्चों को पानी की बोतलें साथ लेकर आनी होंगी। एक कमरे में 25 बच्चे ही बिठाए जाएंगे। स्कूल का समय सुबह 9:30 से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। आदेशों के तहत स्कूल के गेट पर ही बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। तापमान रजिस्टर में नोट किया जाएगा। ऑनलाइन पढ़ाई भी साथ में जारी रहेगी। बच्चों को बुलाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। कोरोना के कारण अब स्कूलों में पहले से ज्यादा सतर्कता और सावधानी बरती जाएगी।

बुखार के लक्षण वालों को भेजा जाएगा वापस

विद्यार्थियों के तापमान की रोजाना जांच होगी। इसके बाद ही उनको प्रवेश दिया जाएगा। जिस बच्चे का तापमान ज्यादा होगा, उसको प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्हें वापस घर भेज दिया जाएगा। शिक्षा अधिकारी को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी।

संभावित तीसरी लहर को लेकर चिंता में हैं अभिभावक

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर अभिभावक चिंता में हैं। अभिभावक सुरेंद्र और मुबारिक ने कहा कि वह संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाएंगे।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट