निजी कर्मियों से सफाई कराने का प्रयास विफल, हड़ताली कर्मचारियों ने किया हंगामा

निजी कर्मियों से सफाई कराने का प्रयास विफल, हड़ताली कर्मचारियों ने किया हंगामा

बेगूसराय,, 14 सितंबर। 11 सूत्री विभिन्न मांगों को लेकर सात सितम्बर से सफाईकर्मियों की बेमियादी हड़ताल से नगर क्षेत्रों की हालत बदतर हो गई है। मंगलवार को बेगूसराय में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के होने वाले कार्यक्रम तथा नगर निगम क्षेत्र में जमा कचरा के अंबार को हटाने के लिए किया गया प्रयास विफल हो गया है। नगर निगम प्रशासन ने निजी सफाई कर्मियों को लाकर पुलिस बल के सहयोग से शहर की सफाई शुरू कराने का प्रयास किया लेकिन इसकी जानकारी मिलते ही हड़ताल पर डटे सभी सफाई कर्मी एकजुट हो गए। नगर आयुक्त की बात भी हड़ताली कर्मियों ने नहीं मानी, इसके बाद निजी तौर पर

सफाई करने आए सभी मजदूर वापस चले गए। लोकल बॉडी फेडरेशन के जिला मंत्री दिलीप मल्लिक ने बताया कि बताया कि आउट सोर्सिंग के माध्यम से सफाई व्यवस्था को समाप्त कर विभागीय स्तर से सफाई कार्य कराने, सफाईकर्मियों को 18 से लेकर 21 हजार तक वेतन देने, पेंशन तथा आजीविका पेंशन लागू करने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर दस लाख रूपया मुआवजा देने, दैनिक वेतनभोगियों को वर्दी तथा

मेडिकल सुविधा सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर सफाईकर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हुए हैं। जबतक उनकी मांगें मंजूर नहीं होती हड़ताल जारी रहेगा। बेगूसराय नगरपालिका का गठन 1968 में होने के बाद 117 पद स्वीकृत किए गए थे। 1968 में बेगूसराय की आबादी 20 हजार थी, 2021 में नगर निगम क्षेत्र की आबादी करीब 30 लाख है लेकिन आबादी के अनुपात में कर्मी नहीं हैं। सिर्फ 32 स्थाई कर्मचारी के सहारे नगर निगम चल रहा है। लेखा एवं कर संग्रहण जैसे महत्वपूर्ण कार्यो का

संपादन दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के सहारे किया जा रहा है। 504 दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मी, एक सौ चालक तथा जमादार समेत कार्यालय कर्मी और कर संग्रह कर्मी कार्यरत हैं। नगर निगम के अति महत्वपूर्ण नजारत, लेखा, योजना के कार्यो का निष्पादन भी दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के ही जिम्मे है। आज निजी श्रमिक से आज सफाई कराने का प्रयास किया गया, लेकिन उनलोगों ने हमारी मांग का समर्थन किया है।

हिन्द वतन समाचार