पंजाब के हड़ताली रोडवेज कर्मियों के समर्थन में आई हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी
-प्रदर्शन करके जीएम के माध्यम से भेजेंगे सीएम अमरेन्द्र को ज्ञापन
हिसार, 13 सितंबर। पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी के कच्चे कर्मचारियों की छह सितम्बर से चल रही हड़ताल के समर्थन में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी भी आ गई है। तालमेल कमेटी ने पंजाब सरकार पर इन कर्मचारियों की मांग अनसुुनी करने का आरोप लगाते हुए 14 सितम्बर को राज्यभर में डिपो स्तर पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। प्रदर्शन के बाद महाप्रबंधक के माध्यम से पंजाब के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। तालमेल कमेटी के हिसार डिपो प्रधान रामसिंह बिश्नोई, इंटक से रमेश माल व सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा रोडवेज वर्करज यूनियन से राजकुमार चौहान ने सोमवार
को बताया पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी के कर्मचारियों द्वारा छह सितम्बर से आंदोलन चलाया जा रहा है लेकिन सरकार ने अभी तक उनसे बातचीत नहीं की है। उन्होंने कहा कि पंजाब, पनबस व पीआरटीसी में केवल 10 प्रतिशत कर्मचारी ही पक्के हैं जबकि 90 प्रतिशत कर्मचारी कच्चे है। ये कच्चे कर्मचारी अपनी स्थायी सेवा व अन्य मांगों के लिए हड़ताल पर हैं लेकिन सरकार द्वारा इनकी सुनवाई न किया जाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज का कर्मचारी भी आंदोलनरत कर्मचारियों के साथ हैं। उन्होंने रोडवेज कर्मचारियों से अपील की कि 14 सितम्बर को सुबह नौ बजे होने वाले प्रदर्शन में बढ़-चढक़र भाग लें ताकि कच्चे कर्मचारियों का शोषण बंद हो सकें और उनकी मांगों को और जोर से उठाया जा सके।
रोडवेज नेताओं ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी की राज्य बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में पंजाब के पनबस व पीआरटीसी के सयुंक्त मोर्चा नेता भी उपस्थित थे। बैठक में सरकार द्वारा पनबस व पीआरटीसी कच्चा कर्मचारी सयुंक्त मोर्चा से बातचीत करके कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने व बेड़े में 10 हजार सरकारी बसें शामिल करने आदि जायज मांगों का समाधान नहीं करने बारे चिंता जाहिर की। इसी के चलते हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने पंजाब के कच्चे कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में हरियाणा रोडवेज के सभी डिपूओं में 14 सितंबर को सभी डिपुओं में सुबह गेट मीटिंग व विरोध प्रदर्शन करने, पंजाब सरकार को ज्ञापन भेजने व पंजाब रोडवेज के सभी डिपुओं में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी नेताओं द्वारा सभाओं को सम्बोधित करने का निर्णय लिया है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट