कार मरम्मत के पैसे नहीं दिये तो दोस्त के घर आकर की अधाधुंध फायरिंग
नई दिल्ली। शाहबाद डेयरी इलाके में बीती रात दोस्त ने कार की मरम्मत के पैसे नहीं दिये तो चचेरे भाई के साथ दोस्त के घर के बाहर कई राउंड गोलियां चला दी। पुलिस ने वारदात में शामिल दोनों आरोपियों को कुछ ही घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान राकेश डबास उर्फ भूरा और उसके चचेरे भाई नीरज गुलिया उर्फ मोनी उर्फ मराल के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल पिस्टल आठ कारतूस और वारदात में इस्तेमाल कार जब्त की है। जबकि पुलिस ने वारदात वाली जगह से तीन कारतूस के खोल भी बरामद किये हैं। आरोपी वारदात में इस्तेमाल असला कहां से और कब लाए
थे। आरोपियों से पूछताछ करने के बाद असला बेचने वालों को भी पकडऩे की कोशिश की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात 11 बजकर 26 मिनट पर पीसीआर से शाहबाद डेयरी पुलिस को पीएनबी बैंक वाली गली बरवाला के पास घर के बाहर फायरिंग होने की कॉल मिली थी। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। घर के बाहर काफी भीड़ थी। जबकि गली में कारतूस के तीन खोल पड़े हुए थे। जिनको क्रॉइम टीम ने जब्त कर लिया। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया। वारदात के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाला गया। शुरूआती जांच में पीडि़त परिवार के रिश्तेदार
प्रवीण कुमार उर्फ कक्की जो कि गांव बरवाला में परिवार के साथ रहता है। प्रवीण ने बताया कि करीब दस दिन पहले गांव में ही रहने वाले उसके भतीजे अमन ने अपने दोस्त राकेश उर्फ भूरा की स्विफ्ट कार कहीं पर ले जाने के लिये ली थी। ड्राइविंग करते समय विश्राम चौक (रोहिणी) के पास कार का एक्सिडेंट हो गया। राकेश अपनी कार की मरम्मत के लिए एक लाख 20 हजार रुपये की मांग करने लगा। बाद में आपसी समझौते के बाद दोनों ने तय किया कि अमन उसे कार रिपेयरिंग के लिए 40 हजार रुपये देगा। अमन ने अपनी बहन की स्विफ्ट कार भी राकेश को दे दी, जब तक कि वह अपनी कार की मरम्मत नहीं करवा लेता। बाद में अमन पैसे की व्यवस्था नहीं कर सका और राकेश ने अमन पर पैसे देने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जिसको
लेकर अमन और राकेश में ठन गई थी। दोनों में दो से तीन बाद पैसों को लेकर कहासूनी भी हो गई थी। रात सवा 11 बजे राकेश भूरा अपने चचेरे भाई मोनी के साथ अमन के घर आया। अमन को बाहर आने को कहा। अमन के परिवार ने अमन को एक कमरे में बंद कर दिया। क्योंकि उनको मामले की पूरी जानकारी थी। उनका लगता था कि राकेश अमन को शारीरिक रूप से नुकसान जरूर पहुंचा सकता है। परिवार ने घर से बाहर आए, राकेश के हाथ में पिस्टल थी। वह अपने चचेरे भाई के साथ कार में आया था। परिवार ने दोनों को मनाने की काफी कोशिश की। लेकिन राकेश नहीं माना और अमन को बाहर लाने की बात करने लगा। वह काफी गुस्से में था। अचानक राकेश ने परिवार में डर पैदा करने के लिए हवा में तीन राउंड फायरिंग की।
परिवार घर में भाग गया। जबकि गोली की आवाजें सुनकर पड़ोसी बाहर आते। राकेश धमकी देकर मोनी के साथ कार से फरार हो गया था। पुलिस ने राकेश और मोनी के ठिकानों के बारे में पता किया। राकेश और मोनी के सनशाइन अपार्टमेंट, पॉकेट 4, सेक्टर 34 रोहिणी में छापेमारी की गई। दोनों को मौके पर से दबोच लिया। वारदात में इस्तेमाल पिस्टल,आठ कारतूस और वारदात में वारदात में इस्तेमाल कार भी जब्त कर ली। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि राकेश बरवाला गांव जबकि मोनी गांव लाठी, सोनीपत जिला हरियाणा में रहता है। दोनों को आम्र्स एक्ट में वसंत कुंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि अमन के मामा प्रवीण उर्फ कुकी पर केस दर्ज हैं।
हिन्द वतन’ समाचार की रिपोर्ट