अवैध संबंध बनाकर हड़प लिए लाखों रुपए और कर दी हत्या,
22 दिन बाद हत्या का केस दर्ज
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित रामेश्वरम सोसाइटी की 7वीं मंजिल से गिरकर हुई अजीत सिंह की मौत के मामले में नंदग्राम थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मृतक अजीत सिंह की पत्नी की तहरीर पर दंपति समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि नामजद आरोपी महिला ने पहले तो अजीत से अवैध संबंध बनाए और फिर एक फर्म में पार्टनर बनाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए। बाद में तीनों आरोपियों ने उनकी हत्या कर सोसाइटी की 7वीं मंजिल से उन्हें फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
गुरुग्राम हरियाणा निवासी रचना सिंह का कहना है कि उनके पति अजीत सिंह पहले एक मल्टीनेशनल कंपनी में हेड थे। बीते मार्च में उन्होंने जॉब छोडक़र अपनी ही एक कारोबारी फर्म बना ली थी। रचना ने बताया कि अजीत सिंह के दूर के रिश्ते में लगने वाली उनकी भांजी राखी सिंह अपने पति अमित सिंह के साथ राजनगर एक्सटेंशन स्थित रामेश्वरम सोसाइटी में रहती है। रिश्तेदारी के चलते अजीत का राखी के फ्लैट पर आना-जाना था। रचना का आरोप है कि इस आने जाने के दौरान ही राखी ने सुनियोजित तरीके से उनके पति अजीत से अवैध संबंध बना लिए थे। इसके बाद राखी और उसके पति अमित ने ए एण्ड ए इंफ्राटेक टेलीकॉम प्रा.लि. नामक फर्म में पार्टनरशिप के नाम पर अजीत से लाखों रुपए हड़प लिए। इस फर्म की प्रोपराइटरशिप राखी ने अपने नाम कर ली। आरोप है कि 21 अगस्त को राखी और उसके पति अमित ने उनके पति अजीत की अपने फ्लैट में ही हत्या कर दी और उन्हें फ्लैट से नीचे फेंक कर मामले को आत्महत्या दर्शाने का प्रयास किया।
राखी व अमित से हिसाब किताब करने आए थे मृतक अजीत सिंह
पीडि़त रचना सिंह ने बताया कि 21 अगस्त को उनके पति अजीत सिंह गुरुग्राम से राखी और उसके पति अमित से फर्म का हिसाब किताब करने यहां आए थे। घर से निकलने से पूर्व उन्होंने रचना से कहा था कि वह आज राखी और उसके पति से अपना हिसाब किताब कर उनसे संबंध खत्म कर देंगे। इसके बाद अजीत वापस घर नहीं लौटे। रचना ने बताया कि शाम करीब 4 बजे उन्हें पुलिस ने अजीत के राखी और अमित के फ्लैट के नीचे मृत हालत में पड़े होने की सूचना दी थी। जिसके बाद वह अपने परिजनों के साथ यहां आईं और शव को गुरुग्राम ले जाया गया।
पीएम रिपोर्ट में हुआ मौत से पूर्व मारपीट का खुलासा
रचना का दावा है कि पैसे मांगने पर राखी और उसके पति अमित ने पहले अजीत के साथ मारपीट की और फिर बेहोशी की हालत में उन्हें सोसाइटी के पीछे की तरफ फेंक दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रचना ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी अजीत के साथ मौत से पहले मारपीट किए जाने और चोट पहुंचाने का खुलासा हुआ है। रचना ने पीएम रिपोर्ट में चोट का खुलासा होने के बाद भी पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज न करने का आरोप लगाया है।
ट्वीट और सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद दर्ज हुआ केस
मृतक की पत्नी का कहना है कि पति की मौत पर तीन दिनों तक वह बेसुध रहीं। जिसकी वजह से पुलिस से शिकायत नहीं कर पाईं। इसके बाद जब वह शिकायत करने नंदग्राम थाने पहुंची तो पुलिस ने अजीत की मौत को आत्महत्या बताकर उन्हें टरका दिया। पुलिस द्वारा सुनवाई न करने पर उन्होंने सीएम पोर्टल पर शिकायत की और सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए कई ट्वीट किए। इस मामले की जांच सीओ सेकेंड अवनीश कुमार को सौंपी गई। तमाम शिकायतों के बाद 2 सितम्बर को पुलिस ने उनकी तहरीर पर राखी और उसके पति अमित सिंह व कुलविंदर सिंह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की।
खुद को एसीपी क्राइम बताकर कुलविंदर ने दी थी धमकी
रचना सिंह ने बताया कि उनके पति अजीत सिंह ने जब आरोपी राखी और उसके पति अमित पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया तो उन्होंने धमकी देना शुरू कर दिया। रचना का कहना है कि 12 अगस्त को कुलविंदर सिंह ने राखी के मोबाइल नंबर से पहले उनके पति को कॉल की और खुद को हरियाणा का एसीपी क्राइम बताकर धमकाया। कुलविंदर ने उन्हें रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद कुलविंदर ने उन्हें भी कॉल कर धमकाया। रचना का दावा है कि इन कॉल्स की रिकॉर्डिंग और राखी के साथ अजीत की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी उन्होंने पुलिस को मुहैया करा दी है। रचना ने बताया कि कुलविंदर का असली नाम शोभित शर्मा है। वह कुलविंदर सिंह और एसीपी क्राइम बनकर उन्हें धमका रहा था।
सीओ सेकेंड अवनीश कुमार ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद रचना सिंह की तहरीर पर पति की हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। इसमें राखी सिंह, उसके पति अमित सिंह और कुलविंदर सिंह को आरोपी बनाया गया है। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
हिन्द वतन’ समाचार की रिपोर्ट