झोलाछाप के इलाज से किशोरी की मौत, सीएमओ मेहरबान
फर्रुखाबाद, 11 सितंबर। जिले में झोलाछाप कहर बरपा कर लोगों की जान से खेल रहे हैं।कायमगंज क्षेत्र में शनिवार को झोला छाप ने एक और किशोरी की जान ले ली है। आलम यह है कि कायमगंज सहित इसके आसपास से जाने वाले हर मार्ग के किनारे पर झोलाछाप डॉक्टर बाकायदा अपने नाम का बोर्ड लगाकर भोले-भाले, कम पढ़े लिखें ग्रामीणों को इलाज के नाम पर ठगने का काम कर रहे हैं।
यहां तक की इनमें से बहुत से तो रोग विशेषज्ञ होने का दावा करके मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। न जाने क्यों स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी तथा प्रशासन इन झोलाछापों पर पिछले लंबे समय से मेहरबान बना हुआ है। ऐसे ही एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से आज एक 13 साल की बेटी की जान चली गई।
मिली जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र कंपिल के गांव हथवाया मजरा पुरौरी निवासी अर्जुन पाल अपनी बेटी शिखा को तेज बुखार आने पर उपचार के लिए कायमगंज लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति के यह कहने पर कि सुनील वर्मा होशियार डॉक्टर हैं। इन्हें दिखा दो। इस पर उन्होंने रेलवे रोड पर सुनीलवर्मा के यहां ही पहुंच कर उन्हें दिखाया। इस झोलाछाप
ने उसकी बेटी को अपने यहां भर्ती कर लिया और इलाज करना शुरू किया। झोलाछाप के इलाज से लड़की को फायदा की जगह लगातार तकलीफ बढ़ती ही गई। आज जब उसकी हालत मरणासन्न हो गई। उसने कहा कि अब इसे सरकारी अस्पताल लेकर जाओ। यह कहकर मेरी बेटी को अपनी क्लीनिक से बाहर दिया। वह जब शिखा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आया। यहां उसे देखने तुरंत ही डॉक्टर आए।
उन्होंने कहा कि आपने इसे लाने में बहुत देर कर दी। अब तो इसकी मृत्यु ही हो चुकी है। अपनी बेटी की मौत की बात सुनते ही मृतका की मां सुखदेवी तथा उसका भाई सभी दहाड़े मार कर रोने लगे। इस तरह झोलाछाप के लालच युक्त कहर से एक होनहार बेटी हमेशा के लिए इस दुनिया से चली गई। इसी तरह सीएमओ की मेहरबानी पर शहर क्षेत्र के मशेनी में झोलाछाप डॉक्टरों की मंडी बन गई है। यह धन के लालच में आये दिन किसी न किसी की जान ले रहे है।
‘हिन्द वतन’ समाचार की रिपोर्ट*