पत्रकार इंदु अवस्थी व उनके बेटों पर संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज
फर्रुखाबाद, 01 सितंबर। शहर कोतवाली में पत्रकार इंदु अवस्थी तथा उनके बेटों पर आत्महत्या के लिए विवश करने की रिपोर्ट न्यायालय के आदेश पर बुधवार को दर्ज कर ली गई है। रिपोर्ट में अगवा कर लूटपाट का भी आरोप लगाया गया है।
फतेहगढ़ के मोहल्ला अंबेडकर कॉलोनी निवासी रचना सिंह पत्नी स्वर्गीय मंगल सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि नगर के मोहल्ला छक्का नाजिरकूचा निवासी इंदु अवस्थी उनके पुत्र गुंजन व गौरव, सातनपुर मंडी निवासी नितिन यादव, लाल सराय पानी की टंकी के निकट रहने वाले विवेक गुप्ता पुत्र अशोक एवं नौकर तथा चार-पांच अन्य व्यक्तियों ने उसके पति को अगवाकर इतना पीटा कि उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने अपराध संख्या 754/21 धारा 395, 376, 342 के तहत दर्ज जांच रेलवे रोड चौकी इंचार्ज रामकेश को सौंपी है।
रिपोर्ट के मुताबिक 30 वर्षीय मंगल सिंह 13 फरवरी को दोस्त दीपक के साथ उसकी बाइक से शाम 6.40 बजे घर से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हुए। जब मंगल सिंह 7.48 बजे चौक बाजार पहुंचे तभी गुंजन अवस्थी ने जरूरी काम बताकर घर आने को कहा। मंगल सिंह रात 8 बजे गुंजन के घर पर पहुंचे, वहां नितिन यादव, विवेक गुप्ता, गुंजन का नौकर व बड़ा भाई गौरव एवं चार-पांच लोग घर में मौजूद थे।
सभी लोग शराब के नशे में थे जिन्होंने दीपक को जरूरी बात करने को कहकर घर से बाहर जाने को कहा। सभी लोगों ने गाली-गलौज कर मंगल सिंह की लात-घूसों से बेरहमी से पिटाई की। मंगल सिंह को कुर्सी पर बिठा कर हाथ- पैर बांधे गए। पिटाई कर पूछा गया कि पवन अवस्थी कहां गया है। मंगल सिंह ने पवन के बारे में जानकारी होने से साफ मना कर दिया। साढ़े तीन घण्टे तक मंगल सिंह की पिटाई कर पूछताछ की गई। इसी दौरान मंगल सिंह के दोस्त राजप्रताप सिंह को फोन पर बुलाया गया और उसके सामने भी मंगल की पिटाई की गई।
राजप्रताप से कहा गया कि मंगल को पवन के बारे में सब पता है परंतु बता नहीं रहा है। राजप्रताप ने मंगल सिंह को पीटने से मना किया तभी राज प्रताप को गाली गलौज कर भगा दिया गया। राजप्रताप ने तुरंत ही फोन पर मंगल सिंह की पत्नी रचना को जानकारी दी। रचना ने अपने मामा रविंद्र सिंह को घटना से अवगत कराया। रविंद्र की सूचना पर रात 10:30 बजे 112 नंबर पुलिस एवं एवं बाद में परिजन भी वहां पहुंच गए। रेलवे रोड चौकी इंचार्ज ने पुलिसकर्मियों की मदद से गुंजन का दरवाजा खुलवाया और मंगल सिंह को मुक्त कराया।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि मंगल सिंह की पिटाई में इंदु अवस्थी ने हमलावरों का सहयोग किया। इसी दौरान मंगल सिंह की जेब से 6 हजार रुपये लूटे गए। मंगल को धमकी भी दी गई कि अगर कहीं कुछ कहा तो उसे जान से मार देंगे। पिटाई के कारण मंगल सिंह के शरीर पर कई जगह काफी चोटें पहुंचीं। जब कोतवाली पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो पीड़ित महिला ने अदालत में मुकदमा दायर किया। आरोपी मंगल सिंह पर मुकदमा वापस करने का दबाव डालकर जान से मारने की धमकी देकर शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे। जिस के दबाव में आकर मंगल सिंह ने 16 मार्च को आत्महत्या कर ली थी।