योगीराज में भ्रष्टाचार पर प्रहार, रिश्वत लेते पकड़े हेड कांस्टेबल और इंस्पेक्टर पर मुकदमा दर्ज
मेरठ, 01 सितंबर। उप्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही है। मेरठ में पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने कड़ी कार्रवाई की है। सदर बाजार थाने में रिश्वत लेते पकड़े हेड कांस्टेबल और थाने के इंस्पेक्टर के खिलाफ मंगलवार देर रात मुकदमा दर्ज करा दिया गया। अब उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू की है। इसी के तहत मेरठ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े प्रहार करने शुरू किए हैं। गाजियाबाद के मसूरी निवासी ट्रक चालक अब्दुल सलाम ने 05 फरवरी को ट्रक चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था। ट्रक का बीमा हासिल करने के लिए यह फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया था और ट्रक को कहीं ओर बेच दिया गया। सदर बाजार पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि ट्रक चोरी नहीं हुआ था और फर्जी मुकदमा लिखा गया। इसके बाद भी सदर पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
पुलिस ने ट्रक मालिक इमरान को बुलाया तो उसने बताया कि मुजफ्फरनगर के वकार को ट्रक बेचकर कटवा दिया। पुलिस ने इमरान और वकार का आमना-सामना कराया तो पता चला कि वकार ने किसी ट्रक का कटान नहीं किया। इसके बाद भी पुलिस वसीम को तंग कर रही थी और मोटा पैसा मांग रही थी। आरोप है कि इंस्पेक्टर सदर बाजार बिजेंद्र राणा ने तीन लाख रुपये लेकर ट्रक मालिक को छोड़ दिया। जबकि वकार से एक लाख रुपये लेने का जिम्मा हेड कांस्टेबल मनमोहन को दिया गया। वसीम ने 50 हजार रुपये मनमोहन को दे दिए थे।
बार-बार पैसे मांगने से तंग आकर वकार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी से शिकायत की। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर विनीत भटनागर की टीम ने मंगलवार शाम को हेड कांस्टेबल मनमोहन को रंगे हाथ 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। हेड कांस्टेबल ने पूछताछ में इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा पर गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि इंस्पेक्टर के कहने पर ही रिश्वत ली जा रही थी। इसके बाद इंस्पेक्टर देर रात को विभागीय वाट्सअप ग्रुप में खुद के प्रयागराज जाने की बात कहकर फरार हो गए। थाने का चार्ज एसएसआई को दे गए।
एसएसपी के निर्देश पर मंगलवार देर रात्रि इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा और हेड कांस्टेबल मनमोहन के खिलाफ सदर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपित हेड कांस्टेबल को लॉकअप में रखा गया है। आरोपित इंस्पेक्टर को हाल ही में दो लाख के इनामी बदमाश शक्ति नायडू को मुठभेड़ में मारने पर राष्ट्रपति पदक देने की घोषणा हुई थी। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।