अपराधियों से रिश्ते पर भाजपा ने सपा पर उठाए सवाल

अपराधियों से रिश्ते पर भाजपा ने सपा पर उठाए सवाल

लखनऊ, 31 अगस्त। इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव को देखते हुए कांग्रेस, सपा और अन्य दलों से आगे भारतीय जनता पार्टी ने (भाजपा) ने अपनी तैयारियां और तेज कर दी है। इसी सिलसिले में भाजपा अपनी तरफ से विपक्षी दलों को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। चाहे वह राजनीतिक का अपराधीकरण हो, या भ्रष्टाचार हो। इसका ताजा उदाहरण है कि भाजपा ने सपा पर राजनीति के अपराधीकरण का आरोप लगाया है। भाजपा ने कई माफियाओं के सपा से संबंध होने वाला वीडियो डालकर सवाल पूछा है कि यह रिश्ता क्या कहलाता है।

पार्टी ने 2 मिनट 18 सेकेंड का वीडियो जारी करते हुए कहा है कि मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, रामवृक्ष यादव, सिबगतुल्लाह अंसारी महज कुछ नाम है जिन्हें प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से समर्थन देकर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश को अंधेर युग में ढकेल दिया था। पूर्वांचल में आतंक का दौर लाने वाले मुख्तार अंसारी के काले कारनामों को कौन नहीं जानता है। भाजपा का आरोप है कि सपा राज में मुख्तार अंसारी को इतनी छूट मिली थी कि जिस जेल में वह बंद था, वहां मछली खाने के लिए तलाब खुदवा दिया गया था।

भाजपा का दावा है कि सपा राज में मफिया मुख्तार पर पुलिस कार्यवाही करन वाले अधिकारी को प्रताड़ित किया गया था। भाजपा ने पूछा है कि जवाहर बाग कांड के रामवृक्ष यादव ने बड़ी मात्रा में हथियार इकट्ठा कर हंगामा किया था। किसके कारण होनहार और निर्दोष पुलिस वालों की जान चली गयी? किसकी सरकार में मंत्री रहे किसानों की जमीन कब्जाने का आरोप लगा था। किसके राज में प्रदेश दंगों की आग में झुलसा रहता था। अखिर यह कौन सा समाजवाद है जो लोगों की जान लेता है। पलायन को मजबूर करता है। जनता जवाब चाहती है।

यह रिश्ता क्या कहलाता है? इन आरोपों का जवाब में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि भाजपा और अपराधियों का गठजोड़ जगजाहिर है। यूपी में कानून व्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। यहां रोज अपराध हो रहे हैं। भाजपा के लोग इनसे मिले हुए हैं। भाजपा क्राइम और क्रीमिनल के साथ है। अखिलेश यादव ने कभी किसी को बढ़ावा नहीं दिया है। भाजपा के महामंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि सपा का पुराना एजेंडा रहा है। उसने मफियाओं को साथ लेकर राजनीति में अपना प्रभाव जमाया है।

एक तरफ योगी सरकार ऐसे लोगों को ठोक रहे हैं तो दूसरी तरफ यह लोग बढ़ावा दे रहे हैं, जो समाज को अतांकित कर रहे थे। भाजपा इसके खिलाफ रही है। हमारी पार्टी ऐसे लोगों को संरक्षण नहीं करती है। यह सीधा वोट बैंक की राजनीति है। ज्ञात हो कि यूपी में विधानसभा चुनाव के लिए सपा बहुत फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। पार्टी ने मफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को भले शामिल कर लिया हो, लेकिन बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और सांसद अफजाल अंसारी को पार्टी की सदस्यता दिलाने से अभी परहेज कर रही है। पूर्वांचल की करीब 10 सीटों पर अंसारी बंधुओं का प्रभाव बताया जाता है।

संवाददाता मोहम्मद उरूज की रिपोर्ट