‘मॉब लिंचिंग’ के खिलाफ कानून के लिए आवाज उठायें खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले दल: जमीयत प्रमुख

‘मॉब लिंचिंग’ के खिलाफ कानून के लिए आवाज उठायें खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले दल: जमीयत प्रमुख

 

नयी दिल्ली, 30 अगस्त । मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने (मॉब लिंचिंग) की घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाले राजनीतिक दलों को इस अपराध के खिलाफ कानून बनाने के लिए आवाज उठानी चाहिए।

जमीयत की ओर से जारी बयान के मुताबिक, संगठन की कार्यसमिति की बैठक में मदनी ने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। क्या यह संभव है कि ऐसा करने वालों को राजनीतिक संरक्षण और समर्थन न मिला हो?’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दल, खासकर जो खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, वो खुलकर सामने आएं और इसके खिलाफ कानून बनाने के लिए आवाज और व्यावहारिक कदम उठायें। सिर्फ निंदा करना ही काफी नहीं है।’’

मदनी के अनुसार, ‘‘ऐसी घटनाएं उस समय अचानक बढ़ जाती हैं, जब किसी राज्य में चुनाव होते हैं। यह बहुत चिंता की बात है।’’

उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में मुस्लिम समुदाय को सिर्फ शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।