5,269 रवांडा नरसंहार पीड़ितों के अवशेष दफन

किगाली, 29 अगस्त (वेब वार्ता)। तुत्सी के खिलाफ साल 1994 के रवांडा नरसंहार के 5,269 पीड़ितों के अवशेषों को शनिवार को गत्सिबो जिले के किजिगुरो सेक्टर में नरसंहार स्मारक में एक सम्मानजनक अंत्येष्टि दी गई।

 

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कई नरसंहार बचे लोगों द्वारा ठिकाने के बारे में जानकारी देने के बाद पिछले साल किजिगुरो सेक्टर में एक सामूहिक कब्र से अवशेष निकाले गए थे।

 

नेशनल कमीशन फॉर द फाइट अगेंस्ट जेनोसाइड (सीएनएलजी) के कार्यकारी सचिव जीन-दमास्केन बिजिमाना ने कहा, यह देखना काफी परेशान करने वाला है कि नरसंहार के कई साल बाद भी, हम अभी भी नरसंहार पीड़ितों के अवशेषों को दोबारा प्राप्त कर रहे हैं और उन्हें अच्छी तरह से दफन कर रहे हैं।

 

उन्होंने नरसंहार के अपराधियों और उनके साथियों पर नरसंहार पीड़ितों की छिपी सामूहिक कब्रों के बारे में जानकारी छिपाने के लिए दोषी ठहराया।

 

बिजिमाना ने कहा, सामूहिक कब्रों के बारे में किसी भी जानकारी वाले लोगों को बाहर आना चाहिए और अपने-अपने समुदायों के स्थानीय नेताओं को सूचित करना चाहिए ताकि सभी नरसंहार पीड़ितों के अवशेषों को सम्मानजनक तरीके दफनाया जा सके।

 

इसमें स्थानीय निवासियों, सरकारी अधिकारियों और पीड़ितों के परिवारों ने भाग लिया।

 

गसाना ने कहा, नरसंहार पीड़ितों के अवशेषों को सभ्य तरीके से दफनाने से नरसंहार से बचे लोगों की उपचार प्रक्रिया में आसानी होती है।

 

उन्होंने कहा कि नरसंहार से बचे लोग, जिन्हें अपने प्रियजनों के अवशेषों को प्राप्त करने का मौका नहीं मिला है, वे यह जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि नरसंहार के दौरान उनके शरीर को कहां फेंका गया था ताकि उन्हें उचित विदाई मिल सके।

 

गसाना ने जनता से स्वयंसेवी जानकारी की अपील की, जिससे समान उत्खनन हो सकता है ताकि नरसंहार पीड़ितों के अवशेषों को अच्छी तरह से भेजा जा सके।

 

उनके अनुसार, किजिगुरो नरसंहार स्मारक में लगभग 20,123 नरसंहार पीड़ितों को दफनाया गया है।

 

इस साल तुत्सी के खिलाफ 1994 के नरसंहार की 27वीं वर्षगांठ है, जिसमें दस लाख से अधिक लोग, मुख्य रूप से जातीय तुत्सी, मारे गए थे।