एसीएमए ने तकनीक के स्थानीयकरण के लिए स्थिर, समदर्शी प्रौद्योगिकी मसौदे का आह्वान किया…
नई दिल्ली, 26 अगस्त। भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) ने गुरुवार को तकनीक के स्थानीयकरण के लिए एक दीर्घकालिक स्थिर और समदर्शी प्रौद्योगिकी मसौदे का आह्वान किया और कहा कि बिक्री में गिरावट के बीच यह उद्योग के अस्तित्व और प्रतिस्पर्धा के लिए महत्वपूर्ण है।
एसीएमए के 61वें वार्षिक सत्र में संगठन के अध्यक्ष दीपक जैन ने कहा कि उच्च घरेलू कराधान, ईंधन की बढ़ती लागत, कमोडिटी की कीमतों में भारी बढ़ोतरी वाहनों की वहनीयता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है और इससे कलपुर्जा क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हम एक और साल में प्रवेश कर रहे हैं, हमें कुछ आंतरिक चुनौतियों पर ध्यान देने की जरूरत है, जिनका हम लगभग एक दशक से सामना कर रहे हैं।’’
जैन ने इस मौके पर मारुति सुजुकी इंडिया के अध्यक्ष आर सी भार्गव द्वारा सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के वार्षिक सम्मेलन में देश में वाहन मांग की घटती वृद्धि दर को लेकर उठाई गई गंभीर चिंता को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि अब वक्त इस बात पर विचार करने का है कि वृद्धि को वापस हासिल करने के लिए किन रणनीतिक हस्तक्षेपों की जरूरत है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…