बड़ी खबर: हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के गवाह पर प्राणघातक हमला….!

बड़ी खबर: हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के गवाह पर प्राणघातक हमला….!

  विधानसभा के समक्ष पहुंचे सौराष्ट्र जीत सिंह 👆

कमलेश तिवारी की हत्या से संबंधित “हिंद वतन समाचार” पर चलीं खबरें 👆    

साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी के चलते बाल-बाल बचे: पुलिस पर रिपोर्ट न लिखने का आरोप…

हिंदू संगठनों के नेताओं ने की हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग…

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बहुचर्चित हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के मुख्य गवाह सौराष्ट्र जीत सिंह पर बीती मध्य रात्रि अज्ञात हमलावरों द्वारा ने जानलेवा हमला किए जाने की खबर है, लेकिन हमले के दौरान साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी के चलते वे बाल-बाल बच गए। सौराष्ट्र जीत सिंह ने देर रात गाजीपुर थाना पहुंचकर लिखित तहरीर दी, लेकिन खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज होने की जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस द्वारा मामले की जांच की बात की जा रही है। बताते चलें कि हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की नाका थाना क्षेत्र स्थित उनके घर में 18 अक्तूबर 2019 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस हत्याकांड को लेकर देश भर में सनसनी फैल गई थी। हिंद वतन समाचार” ने इस चर्चित हत्याकांड से लेकर इस संबंध में हुईं गिरफ्तारियों तक के बारे में 18, 19, 21 एवं 22 अक्तूबर 2019 को विस्तृत रूप से खबर चलाई थी। सौराष्ट्र जीत सिंह के साथ बीती रात घटी घटना की जानकारी होते ही कई हिन्दूवादी संगठन के नेताओं ने इसकी घटना निन्दा करते हुये हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
बताया जा रहा है कि बीती मध्य रात्रि लगभग साढ़े ग्यारह और बारह के मध्य हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्याकांड के मुख्य गवाह सौराष्ट्र जीत सिंह अपने सुरक्षाकर्मी के साथ अपने निवास की ओर जा रहे थे कि तभी विंध्यवासिनी गेस्ट हाउस, रहीमनगर में अज्ञात लोगों ने सौराष्ट्र जीत सिंह एवं उनके सुरक्षाकर्मी कमलेश यादव पर प्राणघातक हमला कर दिया, लेकिन हमलावरों के हथियार ने धोखा दे दिया और जिससे वह बाल-बाल बच गये लेकिन गाड़ी में रखा मोबाइल और पर्स हमलावर उठा ले गये।
घटना के तुरन्त बाद थाना गाजीपुर में जाकर सौराष्ट्र जीत सिंह ने तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने खबर लिखे जाने तक फिलहाल कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वहीं आज दोपहर सौराष्ट्र जीत सिंह ने विधानभवन के समक्ष पहुंचकर मीडियाकर्मियों को अपने ऊपर बीती रात हुए हमले के बारे में बताया।हिन्दू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी, कृष्ण जन्मभूमि के पक्षकार राजेशमणि त्रिपाठी, शिवसेना के उप राज्य प्रमुख गौरव वर्मा, भारतीय जन-जन पार्टी के अध्यक्ष मनीष महाजन, हिन्दूवादी युवा नेता मोहित मिश्रा आदि ने इस घटना की कड़ी निन्दा करते हुये प्रदेश सरकार से मुकदमा दर्ज कर हमलावरों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

*पुलिस के अनुसार गाड़ी टकराने को लेकर हुआ विवाद*उधर गाजीपुर पुलिस का कहना है कि पीड़ित ने तहरीर नहीं दी है। गाड़ी टकराने को लेकर यह विवाद हुआ था। मूल रूप से कुशीनगर निवासी सौराष्ट्र जीत सिंह इंदिरानगर न्यू गुरुद्वारा रोड पर रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुरुवार रात 11 बजे वह पेपर मिल कालोनी से रहीमनगर की तरफ जा रहे थे। विंध्यवासिनी गेस्ट हाउस के पास तीन कारों ने उन्हें ओवरटेक किया। इन कारों से 20-25 लोग निकले और उन पर हमला बोल दिया, उनके गनर ने बीच बचाव किया तो उसकी पिस्टल छीनने का प्रयास किया। इस बीच ही गनर ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर वहां से फरार हो गये। सौराष्ट्र का आरोप है कि उन्होने गाजीपुर थाने पर सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने मदद नहीं की, वहीं इंस्पेक्टर गाजीपुर अनिल कुमार का कहना है कि उन्हे कोई तहरीर नहीं दी गई है।

(20 अगस्त 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,