*मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने किया पत्रकार के भूखण्ड पर अवैध कब्जा….!*
*भाजपा विधायक की शिकायत, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के निर्देश के बाद भी नहीं हो रही है कार्यवाही*
*बयान लिए बगैर पारा पुलिस भेज रही है रिपोर्ट*
*”हिंद वतन समाचार” पर इस प्रकरण की चलीं खबरें* 👆
*विधायक द्वारा मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र* 👆
*लखनऊ।* लखनऊ कमिश्नरेट की पारा थाने की पुलिस भू-माफियाओं एवं बाहुबली मुख्तार अंसारी के गुर्गों पर इस कदर मेहरबान है कि मुख्यमंत्री के विशेष सचिव, भाजपा विधायक व खुद अपने कमिश्नर के पूर्व के आदेशों के विपरीत जाकर कार्य करके बजाय पीड़ित को न्याय दिलाने के आरोपियों को ही फायदा पहुंचाने में जुटी हुई है। एसडीएम की रिपोर्ट भी पारा पुलिस के लिए कोई मायने नहीं रखती है। उच्च स्तर से जांच के आदेश मिलने पर अधिकारियों को गलत रिपोर्ट भेजें जाने का भी पारा पुलिस पर गंभीर आरोप है।
ये सारा मामला पारा थाने की मोहान रोड पुलिस चौकी के निकट स्थित एक भूखण्ड का है, जिसे मां गौशाला के सचिव/पत्रकार डा० अजय गुप्ता ने बैंक से नीलामी में खरीदा था। जिसकी सूचना बैंक की ओर से जिलाधिकारी को भी पत्र लिखकर दे दी गई थी। इस भूखण्ड पर फर्जी अभिलेखों के जरिए अपना दावा जताने वाले लोगों ने कुछ दबंगों को नीलामी के बाद गुपचुप रूप से भूखण्ड का फर्जी बैनामा कर दिया। उप जिलाधिकारी सरोजनीनगर ने मुख्यमंत्री के यहां से जांच के निर्देश के बाद तहसीलदार से कराई गई जांच रिपोर्ट के आधार 13 जनवरी 2021 को जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट में भी स्पष्ट रूप से कहा कि फर्जी बैनामा हुआ है।
भाजपा विधायक एवं प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच संबंधी समिति के सभापति पंकज गुप्ता ने मुख्यमंत्री को 22 जुलाई 2021 को भेजे गए अपने पत्र में लिखा है कि ग्राम सरोसा-भरोसा स्थित डा० अजय गुप्ता की भूमि खसरा संख्या 1333 स पर माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगी/गुर्गों नासिर जमाल, गुड्डू चौरसिया उर्फ श्रीप्रकाश चौरसिया एवं विजय गौड़ उर्फ पप्पू द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके मकान बनवा लिया गया है। इस अवैध कब्जे को गिराया/ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव हर्ष कुमार ने 23 जुलाई को विधायक पंकज गुप्ता के पत्र को जिलाधिकारी, लखनऊ को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया।
एकता नगर-कैम्पवेल रोड निवासी डा० अजय गुप्ता का आरोप है कि उन्हे IGRS पोर्टल के जरिए जानकारी हुई कि उनके मामले में जांच के बाद रिपोर्ट भेज दी गई है, जबकि उनका बयान तक नहीं लिया गया। उनका कहना है कि वे कई बार पारा पुलिस को साक्ष्य उपलब्ध करा चुके हैं। लेकिन पारा पुलिस निरंतर अधिकारियों को गुमराह कर रही है। डा० अजय गुप्ता का आरोप है कि उन्हे कार से कुचलने का भी प्रयास किया जा चुका है, जिसमें उनके हाथ में काफी चोट आई थी, इस मामले की एफआईआर भी ठाकुरगंज थाने में दर्ज है। (8 अगस्त 2021)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*