फ्रीलान्स राइटर हैं तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान…
अगर आप फ्रीलान्स राइटर बनने की सोच रहे हैं तो इसका मतलब सिर्फ एक लैपटॉप खरीदना या एक भाषा के ऊपर बढ़िया कमांड होना ही नहीं है। ध्यान में रखने लायक कई ऐसी चीजें हैं जो आपका फायदा या नुकसान करवा सकती है। एक्सपर्ट एडवाइस के लिए आगे पढ़ें…
प्रोफेशनलिज्म:- एक लैपटॉप खरीदना और कुछ ब्लॉग लिखने से ही आप इस प्रतिस्पर्धात्मक क्षेत्र में टिके नहीं रह सकते। एक लेखक के पास तीन चीजें होनी चाहिए: एक ब्लॉग, एक प्रोफेशनल ईमेल अकाउंट और एक वेबसाइट। यह चीजें प्रोफेशनल होने के तौर पर आपके ऊपर किये जाने वाले भरोसे में इजाफा करती हैं और फैन्स, पाठकों और फॉलोअर्स के बीच जागरूकता लाती हैं। एक वेबसाइट और ईमेल आईडी के कारण आपके क्लाइंट्स आप तक पहुंच सकते हैं और आपको गंभीरता से ले सकते हैं।
खुद को सीमाओं से न बांधें:- अगर आप आगे बढ़ना और अनुभव पाना चाहते हैं तो अपने लेखन को खास क्षेत्रों तक सीमित न रखें। आपके पोर्टफोलियो में आपका विभिन्न क्षेत्रों में किया गया काम सामने आना चाहिए। पैसे और काम के मामले में ज्यादा सख्त न बनें लेकिन क्लाइंट्स को अपना फायदा भी न उठाने दें। अपने काम को कम कीमत पर न बेचें। अनुभव पाने के साथ साथ अच्छे मौकों को भी अपनाएं।
अपने स्किल्स की मार्केटिंग करें:- सोशल मीडिया में एक्टिव रहें, बिजनस कार्ड छपवायें और अपने काम का लोगों को पता चलने दें। आपको पुराने कॉन्टेक्ट्स के साथ नेटवर्किंग करने और नए कॉन्टेक्ट्स खोजने के लिए थोड़े एफर्ट्स करने पड़ेंगे। अपनी विजिबिलिटी को बढाने के लिए यह जरूरी है।
अपनी वेबसाइट रजिस्टर करवाएं:- ऐसी कई वेबसाइट्स हैं जहां आप खुद को रजिस्टर करवाकर अपना पोर्टफोलियो अपलोड कर सकते हैं ताकि आपके क्लाइंट्स आपको आसानी से खोज सकें। कुछ ऐसे ही पोर्टल्स हैं: फ्रीलांसर.इन, एलांस.कॉम, ओडेस्क.कॉम आदि।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…