डेंगू के कहर से खुद को यूं बचाएं…

डेंगू के कहर से खुद को यूं बचाएं…

एक छोटा सा मच्छर, डेंगू और मलेरिया का रूप धारण कर हमारे लिए जानलेवा बन सकता है। डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडिस इजिप्टी मच्छरों के काटने से होती हैं। दिल्ली और एनसीआर में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और अब पंजाब में इसके कई मामले सामने आ रहे हैं। कई लोगों को इसके चलते अपनी जान से हाथ धोने पड़े हैं। ऐसे में आपको डेंगू के कारणों और उससे बचाव के बारे में पता होना जरूरी हैं।

यह रोग तेज बुखार से शुरू होता है, जिससे तेज सिर दर्द और मांसपेशियों व जोडों में भयानक दर्द शुरू हो जाता है। इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं।

पूरे शरीर पर लाल चकते बन जाते हैं।

इसके अलावा पेट खराब होना, दर्द होना, कमजोरी, दस्त लगना, ब्लेडर की समस्या, निरंतर चक्कर आना, भूख ना लगना भी लक्षण हो सकते हैं।

कई बार ऐसे लक्षण दिखाई भी नहीं देते, जिसके चलते इसे इंफ्लूएंजा का प्रकोप मान लिया जाता है या कोई अन्य विषाणु संक्रमण, यदि कोई व्यक्ति प्रभावित क्षेत्र से आया हो और इसे नवीन क्षेत्र मे ले गया हो तो बीमारी की पहचान ही नहीं हो पाती है।

रोगी यह रोग केवल मच्छर या रक्त के द्वारा दूसरे को दे सकता है वह भी केवल तब जब वह रोग ग्रस्त हो।

बच्चों मे डेंगू के लक्षण साधारण सर्दी, बुखार तथा उल्टी आना हो सकते है।

रक्त स्त्राव की प्रवृति यानि टोर्नक्विट परीक्षण सकारात्मक आना, खुद ब खुद छिल जाना, नाक, कान से, टीका लगाने के स्थान से खून रिसना, खूनी द्स्त लगना और खून की उल्टी आना।

जानिए, डेंगू से कैसे किया जा सकता है बचाव…

फिलहाल तो डेंगू से बचाव के लिए कोई टीका नहीं आया है इसलिए इससे बचाव के लिए आपका जागरूक होना जरूरी हैं।

डेंगू की रोकथाम के लिए जरूरी है कि डेंगू के मच्छ रों के काटने से बचें और इन मच्छसरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाए। डेंगू के मच्छ रों को कंट्रोल करने के लिए उसके पनपने की जगहों को ही नष्ट कर देना चाहिए।

एडीज एजिप्टी मच्छर ज्यादातर दिन में काटते हैं। ऐसे में पानी के कंटेनर खाली कर दें और जिन जगहों पर पानी के जमा होने की उम्मीद हैं, वहां कीटनाशकों का उपयोग करें।

टायर, बोतलें, कूलर, गुलदस्ते इनको अक्सर खाली करना चाहिए क्योंकि इन जगहों पर डेंगू के मच्छर अधिक होते हैं। साथ ही घर के अंदर और आस-पास भी पानी जमा ना होने दें। किसी भी बर्तन में लंबे समय तक पानी ना रखें।

रोजाना मच्छरदानी लगाकर सोएं और पूरे कपड़े पहनकर रहें। मच्छ र ना काटें, इसके लिए क्रीम लगाकर रखें।

घर में और घर के आस-पास साफ-सफाई रखें क्योंकि गंदगी में डेंगू के मच्छरों के पनपने की आशंका बढ़ जाती है। कचरे के डिब्बे को हमेशा ढककर रखें।

सोते समय चारों तरफ नेट लगाकर सोएं।  यदि घर में या आस-पास मच्छर ज्यादा हैं तो दिन में भी मच्छरदानी लगाएं।

कुछ प्राकृतिक उपाय…

मच्छर घर में ना पनपे इसके लिए अपने घर की खिड़कियों पर तुलसी का पौधा भी रख सकते हैं। इससे मच्छर नहीं आएंगे।

कमरों के खिड़की-दरवाजें बंद करके कपूर जला लें और 15 से 20 मिनट कमरों को बंद रखें। इससे आप मच्छरों को आसानी से दूर कर सकते हैं।

शाम को घर में नीम का धुआं करने से भी मच्छर नहीं आते।

आप शाम को घर में लैवन्डर अरोमा कैंडल भी जला सकते हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…