पेगासस जासूसी केस : सीएम योगी ने कहा…
देश की छवि को धूमिल करना विपक्ष का एजेंडा बन चुका…
लखनऊ, 20 जुलाई। पेगासस जासूसी केस को लेकर विपक्ष के हंगामे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने इस मामले को विपक्ष की घिनौनी साजिश बताया। इतना ही नहीं योगी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब करने के लिए विपक्ष यह षडयंत्र कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नकारात्मक राजनीति से न देश का कल्याण होने वाला है, न ही विपक्ष और न जनता का कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि देश के नेतृत्व और देश की छवि को धूमिल करना विपक्ष का एजेंडा बन चुका है, लेकिन उनकी कोशिश कभी पूरी नहीं होगी। योगी ने कहा कि जनता उन्हें वैसे ही जवाब देगी, जैसे 2019 से पहले दिया था। उस समय भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों को लेकर विपक्ष ने ऐसा ही हंगामा खड़ा किया था। यूपी सीएम ने कहा कि देश के कोविड प्रबंधन को पूरी दुनिया और डब्ल्यूएचओ ने सराहा लेकिन विपक्ष ने ऐसे दिखाया जैसे सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही। विपक्ष ने भारत की छवि को खराब करने का काम कर रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जब भी देश में कुछ महत्वपूर्ण होना होता है, विपक्ष भारत के खिलाफ माहौल बनाता है और साजिश का हिस्सा बनता है। योगी ने कहा कि संसद का यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण था। गरीब और पिछड़ों को मंत्री पद दिया गया। उनका परिचय संसद में होना था। विपक्ष को यह रास नहीं आया। संसद को शोरगुल का ठिकाना बना लिया गया है। विपक्ष लगातार देश के खिलाफ साजिश कर रहा है। योगी ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर भी ऐसा किया गया। किसानों को मत और मजहब से जोड़ा गया। उन्हें भड़काया गया, हिंसा करवाई गई। विपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहा है लेकिन इससे देश का भला नहीं होने वाला है। भारत की छवि को अंतराराष्ट्रीय स्तर पर खराब किया जा रहा है। कोरोना काल में विपक्ष के चलते देश की छवि खराब की। तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के यशस्वी नेतृत्व को खराब कर रहे हैं। कुंठित मंशा विपक्ष की कभी सफल नहीं होगी। विपक्ष ने राफेल जैसा मुद्दा लाकर 2019 के पहले माहौल खराब किया था लेकिन उन्हें जनता ने जवाब दिया। अब आगे भी जनता-जनार्दन ही उन्हें जवाब देगी। योगी ने कहा कि गांव, गरीब, नौजवान और महिलाओं के लिए संसद में चर्चा होनी थी। कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा होनी थी लेकिन नकारात्मक भूमिका के साथ विपक्ष सामने आया है। विपक्ष ने यह साजिश रची। संसद अपनी बात रखने का मंच है लेकिन विपक्ष का शोर करना लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। इसके लिए विपक्ष को जनता और देश से माफी मांगनी चाहिए। बता दें, रविवार को न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि एक अज्ञात एजेंसी ने पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हुए भारतीय पत्रकारों और नेताओं को निशाना बनाया है। ‘द वायर’ की रिपोर्ट के मुताबिक, लीक हुए डेटा में 300 भारतीय मोबाइल नंबर शामिल हैं। जिनमें 40 मोबाइल नंबर भारतीय पत्रकारों के हैं। तीन बड़े विपक्षी नेता, मोदी सरकार में शामिल दो केंद्रीय मंत्री, सुरक्षा एजेंसियों के मौजूदा-पूर्व प्रमुख और अधिकारी, बिजनेसमैन शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इन नंबरों को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 2018-2019 के बीच निशाना बनाया गया था। इस मामले पर सरकार की ओर से सफाई आई थी। सरकार ने हैकिंग में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि विशेष लोगों पर सरकारी निगरानी के आरोपों का कोई ठोस आधार या इससे जुड़ी सच्चाई नहीं है।
संवाददाता मोहम्मद उरूज़ की रिपोर्ट…