वरिष्ठ चिकित्सक का 5 करोड़ की फिरौती के लिए किया गया था अपहरण…
पुलिस टीम के साथ मुक्त कराए गए डाक्टर 👆
धौलपुर के बीहड़ में डाक्टर को ढूंढते एसपी सिटी 👆
हनी ट्रैप के जरिए जाल में फंसाया गया था, महाराष्ट्र की युवती सहित दो लोग गिरफ्तार…
आगरा से अपहृत डाक्टर धौलपुर के बीहड़ में मिले…
लखनऊ/आगरा। पांच करोड़ की फिरौती के लिए अपहृत वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता को पुलिस ने राजस्थान के धौलपुर के बीहड़ से सकुशल मुक्त करा लिया। पुलिस ने हनी ट्रैप के शिकार डाक्टर के अपहरण एक बदमाश व महाराष्ट्र की एक युवती को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई युवती संध्या ने पहले चिकित्सक को हनी ट्रैप के जाल में फंसाया, इसके बाद लॉन्ग ड्राइव पर ले जाकर उनको अगवा कर लिया। पुलिस के अनुसार चिकित्सक का अपहरण बदन सिंह तोमर गैंग ने किया था। पुलिस की घेराबंदी करने पर बदमाश डॉक्टर को बसई डांग इलाके में छोड़कर भाग गए। पुलिस गैंग के सरगना व अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई है।
पुलिस के अनुसार संध्या ने चिकित्सक को मिलने के बहाने भगवान टॉकीज पर बुलाया। इसके बाद लॉन्ग ड्राइव पर ले जाने के लिए गाड़ी में बैठ गई। उसके साथी भी बाइक से पीछे आ रहे थे, तभी युवती उन्हे ग्वालियर मार्ग की तरफ ले गई। रास्ते में रोहता के पास बदमाशों ने गाड़ी को कब्जे में ले लिया। इसके बाद चिकित्सक को धौलपुर की तरफ ले गए। धौलपुर के दिहोली क्षेत्र में चंबल नदी के पास डॉक्टर को रखा गया था, यह इलाका बीहड़ का है। देर रात पुलिस द्वारा की गई घेराबंदी के बाद बदमाश डॉक्टर को छोड़कर भाग निकले।
पुलिस ने डॉक्टर उमाकांत को सकुशल मुक्त करा लिया है। ट्रांस यमुना कालोनी निवासी डा. उमाकांत गुप्ता का हाईवे के सर्विस रोड पर विद्या नर्सिंग होम है। वे मंगलवार शाम 7.30 बजे मोबाइल पर कॉल आने के बाद घर से निकले थे। इसके बाद वापस नहीं पहुंचे। मंगलवार रात 11 बजे स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई थी। उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन सैंया क्षेत्र में मिली थी। इसलिए पुलिस को धौलपुर के गैंग पर अपहरण का शक था। बुधवार को चिकित्सक की बलेनो कार और एक बदमाश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मामला खुलता गया।
पुलिस ने इसके बाद अपहरण में शामिल संध्या को गिरफ्तार किया, इसके बाद एसपी (सिटी) बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बीहड़ में कांबिंग शुरू कर दी। गुरुवार तड़के चार बजे बदमाश चिकित्सक को डांग में छोड़कर भाग गए। डा. उमाकांत गुप्ता ने मुक्त होने के बाद पुलिस को बताया कि उनको कॉल करके भगवान टाकीज चौराहा पर बुलाया गया था। संध्या एक महीने से डॉक्टर से चैट कर रही थी। संध्या मूलत: महाराष्ट्र की निवासी है, वह बीहड़ में सक्रिय बदन सिंह तोमर के संपर्क में थी। (15 जुलाई 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा…